राज्य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) अब डिजिटल हो गई है। एसडीआरएफ सेनानायक तृप्ति भट्ट (आईपीएस) ने बुधवार को राज्य आपदा प्रबंधन बल की विभिन्न पोस्टों को संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर डिजिटल एसडीआरएफ के नए स्वरूप का उद्घाटन किया।
तृप्ति भट्ट का कहना है कि इस पहल से राज्य की 30 से ज्यादा स्थानों में स्थापित एसडीआरएफ पोस्टों से जानकारी प्राप्त करने के साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए जाएंगे। रेस्कयू कार्यों में गति लाने में भी इसका उपयोग किया जाएगा। उन्होंने मुख्य रूप से सरियापानी, उजेली, बड़कोट, चकराता, कोटद्वार, श्रीनगर, नैनीताल पोस्टों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सेवा का शुभारंभ किया।
वर्ष 2013 में एसडीआरएफ का गठन हुआ था। छह वर्ष में अपने विभिन्न पोस्टों से डिजिटल रूप से जुड़ना एसडीआरएफ के लिए यह उपलब्धि के साथ ही नया प्रयास है। उल्लेखनीय है कि एसडीआरएफ की अधिकांश पोस्टें पर्वतीय क्षेत्रों में स्थापित है। एसडीआरएफ मुख्यालय से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े होने के कारण जवानों के मनोबल में भी वृद्धि होगी। भविष्य में इसका उपयोग घटनास्थल में रेस्कयू कार्यों के समय आवश्यक दिशानिर्देश देने में किया जाएगा। इससे एसडीआरएफ की कार्यक्षमता एवं विशेषज्ञता में भी उत्कर्ष होगा। साथ ही आपसी तंत्र मजबूत होगा और समन्वय भी स्थापित होगा।