एसडीआरएफ राहत और बचाव कार्यों में बढ़ चढ़कर कार्य करती है: तृप्ति भट्ट

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खतरों से सावधान रहना और सावधानीपूर्वक राहत कार्य करना एसडीआरएफ की दक्षता है। इस संगठन की अपनी कार्य दक्षता में गुणात्मक सुधार एवं रेस्कयू समय में न्यूनता लाने के लिए प्रदेश में स्थित सभी पोस्टों में तृप्ति भट्ट सेनानायक एसडीआरएफ के दिशानिर्देश में गुरुवार को की प्रातःकाल सात बजे  मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
एसडीआरएफ की सभी टीमों को कंट्रोल रूम जौलीग्रांट से सड़क दुर्घटना, भूकम्प एवं भूस्खलन जैसे विभिन्न काल्पनिक घटना की सूचना प्रेषित की गई तथा तत्काल ही घटनास्थल पर पहुंच कर रेस्कयू अभियान चलाने का आदेश भी दिया गया।
वर्तमान समय में उत्तराखंड राज्य आपदा मोचन बल की टीमें प्रदेश के विभिन्न स्थानों में तैनात हैं, जिनके द्वारा अनेक रेस्कयू अभियानों को अंजाम दिया जाता है। अधिकांश मामलों में आपदा का स्वरूप भूस्खलन,जल एवं सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। जहां एसडीआरएफ फ्लड टीम द्वारा  ऋषिकेश एवं नैनीताल में जल दुर्घटना की मॉक ड्रिल सम्पन्न की वहीं अन्य टीमों के द्वारा भूकम्प, भूस्खलन एवम सड़क दुर्घटनाओं की मॉक ड्रिल  सम्पन्न की गयी।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य  कार्य क्षमता को बढ़ाना एवं सुधार करना, न्यूनतम समय  में घटनास्थल में पहुंच कर रेस्कयू अभियान आरम्भ करना, आपसी सामंजस्य बढ़ाना एवं उपकरणों के विधिवत प्रयोग का अभ्यास करना था।