कुंभ को लेकर सरकार और मेला प्रशासन बरत रहा उदासीनताः गिरि

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हरिद्वार कुम्भ
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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने गुरुवार को प्रेस को जारी बयान में सरकार और कुंभ मेला प्रशासन पर कुंभ कार्यों के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाया है। महंत नरेंद्र गिरि महाराज ने कहा कि मेला प्रशासन ने कुंभ कार्यों को मजाक बनाकर रख दिया है।
रमता पंच हरिद्वार कुंभ के लिए रवाना हो चुके हैं। अक्टूबर से अखाड़ों के शिविर हरिद्वार में लगने शुरू हो जाएंगे। लेकिन विकास कार्यों के नाम पर कुंभ नगरी हरिद्वार में धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा है। अखाड़ों में होने वाले स्थाई निर्माण अभी तक भी शुरू नहीं हुए हैं। जबकि अधिकांश श्रद्धालु अखाड़ों में ही पहुंचते हैं। कहा कि मुख्यमंत्री ने अखाड़ा परिषद पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में अखाड़ों में स्थाई निर्माण शुरू कराने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक किसी भी अखाड़े में विकास के नाम पर एक ईंट तक नहीं रखी गयी। सरकार आश्वासनों के सहारे संतों को बहकाने का प्रयास कर रही है।
कहा कि कुंभ कार्यों की हालत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हाईवे निर्माण अभी तक आधा अधूरा ही है। जबकि हाइवे की बेहतर स्थिति पर ही कुंभ की सफलता निर्भर करती है। यदि हाइवे और सड़कों की हालत नहीं सुधरी तो करोड़ों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कुंभ में अखाड़ों को शिविर लगाने के लिए भूमि आवंटन का काम भी अभी तक शुरू नहीं किया गया है। कुंभ मेला क्षेत्र विस्तार का कार्य भी अधर में लटका हुआ है। बैरागी कैंप से अतिक्रमण तक मेला प्रशासन नहीं हटा पाया है। जबकि सभी बैरागी अणियों की छावनियां हमेशा से ही बैरागी कैंप में लगती रही हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 8 फरवरी को श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में होने वाली अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में कठोर निर्णय लिए जाएंगे।