प्रवासियों के लिए अलग मंत्रालय पर दिल्ली से दुबई तक खिले चेहरे

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देहरादून, दुबई में बैंक में सर्विस करने वाले धनन्जय रतूड़ी को उम्मीद है कि प्रवासियोें के लिए अलग मंत्रालय बन जाने के बाद वह उत्तराखंड की बेहतरी में अपना योगदान कर सकेंगे। दिल्ली मेें प्रवासी उत्तराखंडियों के संगठन गढ़वाल हितैषिणी सभा के महासचिव पवन मैठाणी का मानना है कि पलायन रोकने में यह निर्णय सचमुच कारगर साबित होगा। उत्तराखंड सरकार के निर्णय को दिल्ली से दुबई तक प्रवासी उत्तराखंडियों ने गर्मजोशी के साथ लिया है। वैसे, बहुत कम लोग जानते हैं कि इस निर्णय का आधार पिछले साल अगस्त में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की दिल्ली में प्रवासियों के साथ हुई मैराथन बैठक रही है।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी सरकार के कार्यकाल के तीन साल पूरे होने से ठीक पहले विधायकों-मंत्रियों के साथ मंथन कर यह ऐलान किया है। सरकार ने पलायन रोकने, उत्तराखंड की बेहतरी के लिए प्रवासियों के योगदान को सुनिश्चित करने जैसे उद्देेश्य को लेकर एक अलग मंत्रालय बनाने की बात कही है। अब निगाहें इसके लिए प्रक्रिया शुुरू होने पर टिकी हैं। वैसे, मार्च में सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं। यह वह मौका हो सकता है, जब इस संबंध में काम शुरू कर दिया जाए। इन स्थितियों के बीच, इस फैसले के पीछे पिछले साल अगस्त में प्रवासियों के साथ सीएम की बैठक ने प्रभावी भूमिका निभायी है।
सीएम ने प्रवासियों से इस संबंध में रायशुमारी की थी। इस पर प्रवासियों ने अवगत कराया था कि पहाड़ में उनके घर सुरक्षित नहीं रह रहे हैं। इसके अलावा, वह जब पहाड़ आते हैं, तो तमाम तरह की दिक्कतों का उन्हें सामना करना पड़ता है। वह पहाड़ के विकास के लिए अपना योगदान करना चाहते हैं लेकिन इस रास्ते मेें तमाम अड़चने सामनेे होती हैं। सीएम नेे उन्हेें उसी समय ये भरोसा दिला दिया था कि सरकार इस संबंध में जल्द ही ठोस कदम उठाएगी। अब अलग मंत्रालय के फैसले के प्रवासी उत्तराखंडी बेहतर परिणाम आने की उम्मीद कर रहे हैं। बेंगलूरु में प्राइवेट सेक्टर में जाॅब करने वाले अनूप नेगी ने इसे स्वागतयोग्य कदम बताया है तो दुबई में कार्यरत विनोद भट्ट ने कहा है कि इस फैसले के अमल में आने के बाद चीजों में गुणात्मक सुधार हो सकता है।
सीएम के सामने उठा था नौटियाल का मामला
प्रख्यात साहित्यकार भगवती प्रसाद नौटियाल के पैतृृक निवास की सुरक्षा का मामला उठाया गया था। बकौल, गढ़वाल हितैषिणी सभा महासचिव पवन मैठाणी, प्रख्यात साहित्यकार भगवती प्रसाद नौटियाल के पौड़ी जिलेे में गोरीखोल स्थित गांव में पैतृक निवास को असामाजिक तत्वों ने नुकसान पहुंचाया था, इसकी शिकायतत सीएम से की गई थी, जिस पर उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
खंडूडी सरकार ने बनाई थी सलाहकार परिषद
प्रवासी उत्तराखंडियों के हितों के संरक्षण और उन्हें उत्तराखंड से और जोड़ने की मंशा सेे खंडूडी सरकार ने प्रवासी उत्तराखंडी सलाहकार परिषद बनाई थी। इसमें पूरण सिंह नैलवाल को अध्यक्ष बनाया गया था, हालांकि इस समिति के स्तर पर बहुत ठोस काम नहीं हो सका था।