काशीपुर। सुप्रीम कोर्ट से तीन तलाक की जंग जीतने वाली शायरा बानो मुस्लिम महिलाओं के लिए अब नजीर बन चुकि है, शायरा अब एक और जंग लड़ने का एलान कर चुकी हैं। शायरा की ये जंग हलाला के खिलाफ है, जो मुस्लिम महिलाओं पर एक बडा अत्याचार है, पुणे (महाराष्ट्र) में आयोजित एक समारोह से लौटी शायरा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट से तीन तलाक की जंग जीतने के बाद उनको प्रमोद महाजन स्मृति पुरस्कार से नवाजा गया। जिसके लिए उन्होने आयोजकों का धन्यवाद दिया।
शायरा ने बताया कि उनके साथ पुणे फिल्म संस्थान (एफटीआईआई) के अध्यक्ष फिल्म अभिनेता अनुपम खेर को भी सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह महाराष्ट्र की विधायक और सामाजिक संस्था स्वच्छंद की अध्यक्षा मेधा विश्राम कुलकर्णी ने रविवार को पुणे में आयोजित किया था, जहां मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर और पूनम महाजन ने सायरा बानो को महाजन स्मृति सम्मान दिया।
उन्हें मानपत्र, स्मृति चिन्ह और महाराष्ट्र सम्मान पगड़ी प्रदान की गई। शायरा ने कहा कि तलाक की रूढ़िवादिता के खिलाफ उनके द्वारा किए गए संघर्ष को समारोह में उपस्थित हस्तियों ने खूब सराहा।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के हक में उनका संघर्ष जारी रहेगा। वह अब हलाला जैसी कुप्रथा के खात्मे के लिए लड़ाई शुरू करेंगी। शायरा के भाई अरशद ने कहा कि लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने में उनकी बहन को त्रासदी झेलनी पड़ी है, बावजूद शायरा ने समाज के कथित ठेकेदारों से हार नही मानी।