बालिका दिवस पर प्रदेश की बेटी-महिलाओं को पैनिक बटन और शी-बॉक्स की सौगात मिली है। पहले दिन महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने बेटियों को 180 पैनिक बटन वितरित किए। इसकी शुरुआत फिलहाल देहरादून, टिहरी, हरिद्वार और पौड़ी जिलों में की गई है। उन्होंने इस योजना को महिला सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम बताया।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से किसान भवन में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यमंत्री ने शी-बॉक्स और चार जिलों में पैनिक बटन योजना की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि पैनिक बटन महिलाओं को आपात स्थिति में सुरक्षा देगा। इसे दबाते ही पुलिस और परिचितों की एक साथ सूचना मिल जाएगी।
वहीं, शी-बॉक्स वेबसाइट पर महिलाएं घर बैठे ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकेंगी। उनकी शिकायत पर की जा रही कार्रवाई की जानकारी भी उन्हें ऑनलाइन ही उपलब्ध हो जाएगी। साथ ही 90 दिनों के भीतर शिकायत का निस्तारण भी कर दिया जाएगा। इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, निदेशक झरना, उपनिदेशक सुजाता सिंह, राज्य परियोजना अधिकारी आरती बलोदी (महिला सशक्तीकरण), प्रभारी उपनिदेशक एसके सिंह उपस्थित रहे।
मीटू प्रकरण महिलाओं की मुखरता का प्रमाण
राज्यमंत्री ने कहा कि मीटू जैसे प्रकरण का उजागर होना महिलाओं की मुखरता का प्रमाण है। भाजपा के शासनकाल में महिलाओं में अपराध के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत आई है, जो पहले की सरकार में नहीं थी।
क्या है पैनिक बटन
पैनिक बटन बेहद छोटे आकार का बटन होगा। जिसे लॉकेट या कलाई में बांधा जा सकेगा। इसे किसी भी आपात स्थिति में दबाया जाए तो संदेश पुलिस और परिजनों तक पहुंच जाएगा।
कैसे करेगा काम
पहले मोबाइल में प्ले स्टोर से पैनिक बटन नामक एप डाउनलोड करना होगा। इससे यह बटन ब्लूटूथ के जरिये मोबाइल से कनेक्ट हो जाएगा। इसे दबाने पर 30 सेकेंड तक आपात स्थिति की सूचना एप में दर्ज किए गए नंबरों तक नहीं जाएगी। क्योंकि यह गलती से भी दब सकता है। मगर तीस सेकेंड के बाद सूचना पुलिस और परिजनों तक मैसेज के जरिये पहुंच जाएगी।
12 नंबर कर सकते हैं फीड
इस बटन में महिला अपने परिवार व अन्य परिचितों के कुल 12 मोबाइल नंबर फीड कर सकती हैं। किसी भी आपात स्थिति में इन्हीं के पास मैसेज पहुंचेगा। सूचना के साथ उपयोगकर्ता का मोबाइल नंबर और लोकेशन की जानकारी भी होगी।
क्या है शुल्क और कैसे खरीदें
पैनिक बटन का शुल्क 2360 रुपये होगा। इसे खरीदने के लिए महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर कॉल की जा सकती है। इसके बाद विभाग के माध्यम से कंपनी को ऑर्डर दिया जाएगा और बटन उक्त स्थान पर पहुंचा दिया जाएगा।
क्या है शी-बॉक्स
शी-बॉक्स एक वेबसाइट है, जिसमें मोबाइल के माध्यम से महिलाएं शिकायत कर सकती हैं।
ऐसे होगा निस्तारण
शी-बॉक्स पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण की जिम्मेदारी संबंधित जिलों के डीएम की अध्यक्षता में बनी समिति की होगी। शिकायत का निस्तारण 90 दिनों के भीतर करना अनिवार्य होगा।
मंत्रालय की भी रहेगी नजर
शी-बॉक्स की शिकायतों की निगरानी मुख्यमंत्री व केंद्रीय महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री भी करेंगे। यदि किसी शिकायत का निर्धारित समय में निस्तारण नहीं होता है तो संबंधित जिले की जवाबदेही होगी।
क्या होंगे लाभ
महिलाएं घर बैठे शिकायत कर सकती हैं। इससे महिलाओं को पुलिस थाने के चक्कर लगाने नहीं पड़ेंगे। शिकायतकर्ता ऑनलाइन ही विभागीय कार्रवाई की जानकारी भी हासिल कर सकेंगी।