मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि सीता माता सर्किट पौड़ी के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। इसका काम भी शुरू कर दिया गया है। इस सर्किट के विकास से दुनिया का हर वो व्यक्ति जिसकी भगवान राम और माता सीता में आस्था है, फलस्वाड़ी गांव में जरूर आना चाहेगा जहां माता सीता ने भू-समाधि ली थी। वे बतौर मुख्य अतिथि पौड़ी में सोमवार में आयोजित शरदोत्सव को संबोधित कर रहे थे।
फलस्वाड़ी गांव में जरूर आना चाहेगा जहां माता सीता ने ली थी भू-समाधि
मुख्यमंत्री ने कहा कि फलस्वाड़ी में माता सीता का भव्य मंदिर बने, इसके लिए क्षेत्र के हर गांव-हर घर से एक शिला, एक मुट्ठी मिट्टी व 11 रुपये दान लिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही यात्रा शुरू की जाएगी, वे स्वयं देवप्रयाग से यह यात्रा करेंगे। संत-महात्माओं ने भी इसमें शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि पौड़ी शरदोत्सव को और बड़े पैमाने पर आयोजित किए जाने की आवश्यकता है। पौड़ी में पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने जिलाधिकारी को इसके लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। कहा कि एनसीसी एकेडमी के लिए भी धनराशि स्वीकृत की जा चुकी है। बहुत जल्द इसका काम भी प्रारम्भ कर दिया जाएगा। एनसीसी एकेडमी बनने से हर साल लगभग 36 हजार छात्र यहां आएंगे। इससे क्षेत्र की आर्थिकी को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने कहा कि बेटियों को आगे बढ़ने का मौका दें। बेटियों की क्षमताओं पर भरोसा करें तो ये बहुत कुछ कर सकती हैं। उन्हें केवल आवश्यक सहयोग देते हुए अवसर प्रदान करने की जरूरत है। बेटियां अंटार्कटिका तक जा सकती हैं, एवरेस्ट पर जा सकती हैं तो क्या नहीं कर सकती हैं। इनमें विश्वास जगाए, और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को नशे की प्रवृत्ति से भी बचना होगा। सरकार नशे के कारोबार में लगे लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर रही है। अभिभावक और अध्यापक भी इस पर नजर बनाए रखें तो हम अपने बच्चों को नशे की गिरफ्त से बचा सकते हैं। इससे पूर्व उन्होंने शरदोत्सव का विधिवत ध्वजारोहण कर शुभारम्भ किया और प्रधानमंत्री के सिंगल यूज प्लास्टिक को रोकने का आह्वान में सभी के शामिल होने पर जोर दिया। कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ आम लोग भी बढ़ चढ़कर सहयोग कर रहे हैं।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डा.धन सिंह रावत, विधायक मुकेश सिंह कोली, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष यशपाल बेनाम सहित अन्य गण्यमान्य उपस्थित थे।