उत्तराखण्ड को देव भूमि यूं ही नहीं कहा जाता। कहते हैं यहां कंकर में शंकर बसते हैं…यही वजह है कि कि देव भूमि के आंचल में ना जाने कितने ही एसे पौराणिक स्थल है जो गुमनामी में है मगर जब ये रहस्य खुलता है तो एसे परिणाम सामने आते हैं जो सभी को दंग कर देते हैं।अल्मोडा जिले के चौखुटिया में खुदाई के दौरान मिले शिव मंदिर से जहां लोगों की आस्था को बल मिला है वहीं पुरातत्व विभाग भी अब इस खुदाई में मिले अवशेषों की गहता से छानबीन में जुट गया है।
अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया स्थित प्राचीन वक्रमुंडेश्वर महादेव मंदिर परिसर में नौ और शिव मंदिर मिले हैं। पुरातत्व विभाग का अनुमान है कि ये मंदिर करीब नौ हजार साल पुराने हो सकते हैं। यहां खुदाई के लिए बीते दिनों भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग देहरादून मंडल को केंद्र सरकार से इसकी अनुमति भी मिल गई है। पुरातत्व की तकनीकी टीम जल्द ही खुदाई का काम शुरू करेगी।
गौरतलब है कि छह माह पहले भी यहां खुदाई के दौरान दो मंदिर मिले थे। ये मंदिर भी आठ से नौ हजार साल पहले के बताए जा रहे हैं। क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई अधिकारी चंद्र सिंह चौहान ने बताया कि कस्बे के वक्रमुंडेश्वर महादेव मंदिर में बीते दिनों स्थलीय निरीक्षण के बाद शिव मंदिरों की श्रृंखला की जानकारी मिली। तकनीकी टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया तो पता चला कि परिसर में करीब नौ और मंदिर हैं जो करीब नौ हजार साल पुराने होने का अनुमान है। जल्द ही तकनीकी व इतिहासकारों की टीम चौखुटिया पहुंचेंगी। जिसके बाद खुदाई का काम शुरू होगा। विभाग की तरफ से सारी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है।