उत्तराखंड के सहर दिन पर दिन बढ़ती गाड़ियों के बोझ तले दब रहे हैं। इसका सीधा असर शहरों में ट्रैपिक के हास पर है जो लगभग चरमरा गई हैं। आम लोगों को तो रोज़ाना ही जाम का हिस्सा बनना पड़ता है पर लेकिन सोमवार को मामला तब दिलचस्प हो गया जब खुद टिहरी की एसएसपी को भी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। मुनिकीरेती थाना क्षेत्र में सोमवार को टिहरी जिले की पुलिस कप्तान विमला गुंज्याल भी जाम में फंसी। इससे नाराज पुलिस कप्तान ने मुनिकीरेती थानेदार को फटकार लगाई।इन दिनों रामझूला से ब्रह्मपुरी के बीच जाम आम हो गया है। जाम के कारण चार किमी की दूरी तय करने में एक से दो घंटे का समय लग रहा है। वीकेंड पर तो हालात और खराब हो रहे है, जिससे पर्यटकों के साथ यात्री भी परेशान है। सोमवार को मुनिकीरेती में बैठक में शामिल होने पहुंची पुलिस कप्तान टिहरी भी जाम में फंसी। कप्तान को जाम में फंसा देखकर पुलिस कर्मियों के पसीने छूट गए। किसी तरह गाड़ियों की आवाजाही बंद करवाकर पुलिस ने जाम खुलवाया। करीब 15 मिनट पुलिस कप्तान जाम में फंसी रही। पूरे यात्री सीजन में रामझूला से ब्रह़्पुरी के बीच जाम लग रहा है। राफ्टिंग कंपनियों के सड़क किनारे आड़े-तिरछे वाहन और राफ्टें भी जाम का कारण बनती है। रामझूला तिराहे पर पार्किंग को जाने वाले वाहन भी जाम लगाते है। हालांकि यहां पुलिस तैनात की जाती है। पुलिस कप्तान टिहरी विमला गुंज्याल का कहना है कि इन दिनों चारधाम एवं हेमकुंड यात्रा के चलते वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम लग रहा है। पुलिस को सड़क किनारे वाहन खड़े न करने को कहा गया है। रामझूला से ब्रहमपुरी के बीच पुलिस को ट्रैफिक व्यवस्था में लगाया गया है।