राजकीय शिक्षक संघ चमोली ने रविवार को जिला मुख्यालय गोपेश्वर में एक बैठक कर देहरादून में अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से चलाये जा रहे आंदोलन के अगुवाई कर रहे शिक्षक नेताओं का स्थानांतरण को तुगलकी फरमान बताते हुए इसका विरोध किया है।
शिक्षक संघ की दशोली की बैठक में शिक्षकों ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर चलाए जा रहे शांतिपूर्ण आंदोलन को इस तरह कुचल दिया जाना शिक्षकों के साथ अन्याय है। कहा कि यदि सरकार का यही रवैया रहा तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। शिक्षकों ने शिक्षक नेताओं के साथ हुए बरताव को दमनकारी बताते हुए इसका विरोध किया है।
गौरतलब है कि बीते हफ्तेभर से क्रमिक अनशन कर रहे राजकीय शिक्षक संघ के शीर्ष नेताओं को शिक्षा मंत्री के निर्देश पर सचिव डॉ भूपिंदर कौर औलख ने शनिवार को सुविधाजनक क्षेत्रों से हटाकर दूरदराज पर्वतीय क्षेत्रों में स्थानांतरित कर दिया।
संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान और महामंत्री डॉ सोहन सिंह माजिला को देहरादून से क्रमश: टिहरी और नैनीताल जिले में तैनात किया गया है। वहीं चमोली जिले में तैनात संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल किशोर डिमरी को जिले में ही दूरस्थ राजकीय इंटर कॉलेज में भेजा गया है। इस कार्रवाई इसे शिक्षक संगठन में हड़कंप मच गया है। संघ के पदाधिकारियों ने रात्रि में मुख्यमंत्री के दर पर दस्तक दी, लेकिन उन्हें मायूसी ही हाथ लगी है। वहीं संघ ने आंदोलन कार्यक्रम जारी रखने की घोषणा की है।