इस ब्रिटिशकाल परंपरा को उत्तराखंड में आगे भी नही मनाया जायेगा

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ब्रिटिश काल से चली आ रही राज्यपाल या गवर्नरों को महामहिम कहकर संबोधित करने की परंपरा का उत्तराखंड में आने वाले दिनों में भी पालन नही होगा। इस बारे में हाल ही में राज्यपाल बनीं बैबी रानी मौर्या के कार्यालय से निर्देश जारी कर दिये गये हैं। राज्यपाल ने निर्देश दिया है कि “भविष्य में एक रिवाज के प्रयोजन हेतु अभिवादन स्वरूप जहाँ “His Excellency The Governor” या ’’महामहिम राज्यपाल’’ प्रयोग किया जाता है उसके स्थान पर “Hon’ble Governor” या ‘‘राज्यपाल महोदय’’ या ‘‘माननीय राज्यपाल’’ का प्रयोग किया जाए।”

ये परंपरा पहली बार पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने शुरू की थी जब उन्होने राष्ट्रफति के लिये “His Excellency’ का इस्तैमाल करने की जगह ‘Hon’ble President’ शुरू किया था। इसके बाद ही उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल के के पॉल ने भी इसे अपनाया था और “His Excellency The Governor” या ’’महामहिम राज्यपाल’’ की जगह  पर “Hon’ble Governor” या ‘‘राज्यपाल महोदय’’ या ‘‘माननीय राज्यपाल’’ का प्रयोग किया जाना तय किया।

राज्यपाल के सचिव आरके सुधांशु ने इस संबंध में बुधवार को आदेश जारी किया।इस बारे में बात करते हुए सुधांशु ने बताया कि, “यह परंपरा पिछले राज्यपाल के के पॉल के समय से चली आ रही है और मौजूदा राज्यपाल ने भी इसका पालन करने का फैसला किया है।”

राज्यपाल के इस फैसले पर मशहूर लेखक गणेश सैली का कहना है कि, “जहां एक तरफ देशभर में शहरों और जगहों का नाम बदलने की कवायद चल रही हैं वहीं उत्तराखंड की राज्यपाल की यह पहल सराहनीय है, अगर गुलाब को किसी अौर नाम से भी बुलाओगे तो उसकी खुशबु कम नही हो जायेगी।