उत्तराखंड सरकार ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के आकस्मिक निधन पर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। प्रदेश में 9 दिसम्बर से 11 दिसंबर तक राजकीय शोक रहेगा। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह के आलवा प्रदेश मंत्रीगण सहित गणमान्य लोगों ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन को देश के साथ राज्य के लिए दुखद बताया है।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत तथा उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि देश के प्रथम रक्षा प्रमुख उत्तराखंड के वीर सपूत जनरल बिपिन रावत देश का गौरव थे। सीडीएस जनरल बिपिन रावत का आसामायिक निधन अत्यंत दुखद तथा अपूरणीय क्षति है। आज राष्ट्र ने एक बहादुर बेटा खोया है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने चार दशकों तक मातृभूमि की रक्षा मे निस्वार्थ सेवा की। उन्हें सदैव असाधारण वीरता तथा साहस के लिए याद किया जाएगा।
राज्यपाल ने इस दुर्घटना में ब्रिगेडियर एल.एस. लिडर सहित सभी अन्य सैन्य कर्मियों के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है। राज्यपाल ने ग्रुप कैप्टन वरुण के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
मुख्यमंत्री आवास में विधानमण्डल दल की बैठक के अवसर पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलीकाप्टर दुर्घटना में हुए आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि आर्पित की गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि महान सपूत पर देश को हमेशा गर्व रहेगा। उनका आकस्मिक निधन स्वयं उनके लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। वे सर्वोच्च सेना अधिकारी होने के साथ ही सादगी व सरलता की भी प्रतिभूति थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड से भी जनरल रावत का विशेष लगाव था। राज्य के विकास की उनकी सोच थी। अभी हाल ही में राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर अपनी पत्नी के साथ वे देहरादून आये थे, उनका आकस्मिक निधन उत्तराखण्ड के लिए बड़ा ही दुखद है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ हरक सिंह रावत, बंशीधर भगत, सुबोध उनियाल, बिशन सिंह चुफाल, स्वामी यतीश्वरानन्द, विधायक हरवंश कपूर, हरभजन सिंह चीमा सहित अन्य विधायकगणों ने भी जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की।
उत्तराखण्ड राज्य और मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति : सैनिक कल्याण मंत्री
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सीडीएस जनरल विपिन रावत का दुर्भाग्यपूर्ण निधन, उत्तराखण्ड राज्य और मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने कहा कि ‘‘मुझे तो अब भी बिल्कुल यकीन नहीं हो रहा कि मेरे अनन्य मित्र विपिन रावत नहीं रहे। उनके साथ मेरे व्यक्तिगत व घरेलू सम्बंध रहे, वह मेरे अनन्य मित्र तथा सखा रहे।‘‘
देश के साथ-साथ उत्तराखंड के लिए बड़ा आघात: महाराज
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सशस्त्र बलों के जवानों के आकस्मिक निधन हमारे सशस्त्र बलों और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने बताया कि सीडीएस विपिन रावत पौड़ी जनपद स्थित गांव सैण बमरौली के रहने वाले थे। उनकी मृत्यु देश के साथ साथ उत्तराखंड के लिए भी एक बड़ा आघात है। सीडीएस विपिन रावत की कई पीढियां सेना को अपनी सेवाएं देती आ रही हैं। उनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत भी लेफ्टिनेंट जनरल रहे हैं।