यह कहानी भारत में कहीं से भी हो सकती है। हैं। उत्तराखंड जिला नैनीताल में रामनगर से 15 किलोमीटर दूर गिरिजाया मंदिर के पास युवा लोगों का एक समूह जिसमें 3 लड़के और उनकी महिला मित्र पिकनिक मनाने के लिए जाते है। स्थानीय लोगों को जैसे ही यह पता चलता है कि युवाओं ने मंदिर को एक पिकनिक स्पॉट में बदल दिया है, वह युवा और उसकी महिला मित्र से सवाल पूछने लगते हैं।
जल्द ही, बहुत से लोग उनके चारों ओर इकट्ठा होते हैं और लड़के को परेशान करना शुरू करते हैं। लेकिन यहां एक अलग मोड़ आता है, हिंदी फिल्मों या अन्य जगहों पर पुलिस केवल दर्शक बनकर देखती है या कार्रवाई करने में देर करती है। यहां उत्तराखंड के छोटे से जगह में 27 साल का एक युवा, गतिशील सब-इंस्पेक्टर गगनदीप सिंह बीच बचाव करने आता है और असहाय लड़के और लोगों के बीच हो रहे विवाद में हस्तक्षेप करता है और लड़के को बचाते हुए देखा जाता है।
24 मई, यानि की बीते गुरुवार को दिन की रोशनी में हुई इस पूरी घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सब-इंस्पेक्टर गगनदीप सिंह, एक लड़के के बचाव के लिए आगे आए है क्योंकि वहां मौजूद हजारों की भीड़ मानो उस लड़के को किसी गुनाह का दोषी मानती हो और उसे सज़ा देने के लिए आगे बढ़ रही है।इस मामले में बात करते हुए इंस्पेक्टर गगनदीप कहते हैं, “मैं सिर्फ अपना कर्तव्य पूरा कर रहा था, मुझे किसी भी व्यक्ति की रक्षा करने और बचाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है और मैंने उस वक्त भी ऐसा ही किया है।“
इस कार्रवाई से खुश, एसएसपी नैनीताल जन्माजई खंडूरी ने बहादुर इंस्पेक्टर गगनदीप सिंह के लिए नकद इनाम की घोषणा की है और कहा कि, “यह युवा अधिकारी पुलिस बल का एक आदर्श उदाहरण है जो कि मुश्किल परिस्थितियों में भी लोगों की मदद के लिए तैयार है, यह इनाम एक टोकन है उसके अच्छे काम के लिए।”
विक्रम राठौर एसएचओ रामनगर बताते जो घटना होने पर वहीं मौजूद थे वह बताते हैं कि, “युवा लड़के को परेशान करने वालों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया जा रहा है, हम सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो के माध्यम से इस घटना में मौजूद लोगों का विवरण ले रहे हैं,” और साथ ही विडियों में मौजूद भीङ मे कुछ लोगों में बजरंग दल के भी है, जो आश्चर्यचकित करने वाली बात नहीं है।
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