गन्ना किसानों के साथ भद्दा मजाक

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ऊधमसिंहनगर , सूबे के किसानों के साथ कितना भद्दा मजाक किया जा रहा है इसका उदहारण उत्तराखंड में देखने को मिला। सकरार द्वारा पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष गन्ने के समर्थन मूल्य में एक रुपये की बढ़ोतरी कर किसानों के मुह में तमज़ा मारा है। एक रुपये बढ़े समर्थन मूल्य को लेकर अब कांग्रेस सरकार को घेरने में लगी हुई है।

उत्तराखंड में गन्ने की खेती देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और नैनीताल जिलों में होती है ऐसे में वर्ष 2018-19 का गन्ना पिराई का सीजन शुरू हो चूका है सरकार द्वारा गन्ने का समर्थन मूल्य भी घोषित कर दिया है इस वर्ष अगेती गन्ने का समर्थन मूल्य 327 रुपये कुंतल ओर सामान्य गन्ने का समर्थन मूल्य 317 रुपये घोषित किया है जो पिछले पिराई सत्र से मात्र एक रुपये बढ़ा है पिछले वर्ष 2017-18 में अगेती गन्ने का मूल्य सरकार द्वारा 326 रुपये जबकि सामान्य गन्ने का समर्थन मूल्य 316 रुपये रखा था, अब कांग्रेस सरकार के समर्थन मूल्य को कटघरे में खड़ा कर रही है कांग्रेस में दर्जा राज्य मंत्री रहे गणेश उपाध्याय ने सरकार को घेरते हुए कहा कि एक ओर केंद्र और राज्य सरकार किसानों की आय को दुगना करने की बात कह रहे है दूसरी ओर गन्ना किसानों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है पिछले साल की अपेक्षा गन्ने के समर्थन मूल्य में एक रुपये ही समर्थन मूल्य बढ़ाया है जो किसानों के साथ मजाक किया गया है उन्होंने बताया कि 3 मार्च 2018 के बाद का भुगतान अभी गन्ना किसानों को नही किया गया है सरकार द्वारा गन्ना किसानों को 326 करोड़ रुपये बकाया है यही हाल धान खरीद का भी रहा है कुमाऊ मंडल में 21 करोड़ का पिछले 2 माह से बकाया सरकार पर है।

उत्तराखंड बनने के बाद कब कितना रहा समर्थन मूल्य।
2000 – 01 – 95 90
2001 – 02 – 100 95
2002 – 03 – 95
2003 – 04 – 92.50 90
2004 – 05 – 112 107
2005 – 06 – 120 115
2006 – 07 – 132 127
2007 – 08 – 132 127
2008 – 09 – 148 143
2009 – 10 – 197 192
2010 – 11 – 215 210
2011 – 12 – 255 250
2012 – 13 – 295 285
2013 – 14 – 295 285
2014 – 15 – 290 280
2015 – 16 – 290 280
2016 – 17 – 317 307
2017 – 18 – 326 316
2018 – 19 – 327 317

वही कांग्रेस नेता व पूर्व दर्जा राज्य मंत्री गणेश उपाध्याय का कहना है कि सूबे में किसान आत्म हत्या कर रहा है और सरकार विधायको की तनख्वा दुगनी कर रहे है इतनी महंगाई में सरकार मात्र एक रुपये गन्ने के समर्थन मूल्य बढ़ा रही है जो कि किसानों के साथ भद्दा मजाक है।

वही गन्ने के समर्थन मूल्य में एक रुपये की बढ़ोतरी करने पर किसानों में भी निराशा है किसानों का कहना है कि बीजेपी सरकार से खास उम्मीद थी कि गन्ने के समर्थन मूल्य में अच्छी बढ़ोतरी की जायेगी लेकिन सरकार ने मात्र एक रुपये की बढ़ोतरी कर किसानों को निराश किया है। उन्होंने कहा इससे अच्छा तो सरकार ये एक रुपये भी ना बढ़ती साथ ही उन्होंने कहा ऐसे में किसान गन्ने की खेती दिन पर दिन कम कर देंगे।