नई दिल्ली/सिंगापुर, मोदी सरकार की ‘एक्ट ईस्ट’ विदेश नीति के तहत साल 2018 में अपनी पहली विदेश यात्रा पर निकली सुषमा स्वराज ने सिंगापुर के विदेश मंत्री डॉ विवियन बालकृष्ण से मुलाकात की। दोनों के बीच भारत-सिंगापुर द्विपक्षीय संबंधों को लेकर बात हुई। इसके अलावा सुषमा स्वराज और डॉ विवियन बालकृष्ण ने बहुपक्षीय आर्थिक एवं रणनीतिक साझेदारी को लेकर भी चर्चा की।
सिंगापुर में भारत-आसियान प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर विदेश मंत्री ने कहा कि, “भारत के साथ दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के सदियों पुराने सांस्कृतिक संबंध रहे हैं। भारत अपने इस सदियों पुराने साथियों के साथ संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहता है। हमारी आपसी साझेदारी ही हमें पूरी दुनिया के सामने मजबूती से खड़ा करेगी। हमें अपने आर्थिक संबंधों को और मजबूत करना होगा।”
विदेश मंत्री ने बताया कि अब सिंगापुर भारत के 16 शहरों से सीधे जुड़ गया है, जो भारत-सिंगापुर के बीच बेहतर होते संपर्क प्रयासों का नतीजा है। हमारी कोशिश है कि अब हम दूसरे दक्षिण एशियाई देशों से रेल, सड़क, जलमार्ग और वायुमार्ग, जो संभव हो, उससे और बेहतर तरीके से जुड़े।
सुषमा स्वराज थाईलैंड-इंडोनेशिया-सिंगापुर की पांच दिवसीय (4 जनवरी से 08 जनवरी तक) आधिकारिक यात्रा पर हैं। इस दौरान सुषमा स्वराज थाईलैंड, इंडोनेशिया के बाद अब सिंगापुर पहुंची हैं। थाईलैंड और इंडोनेशिया में राष्ट्राध्यक्षों, भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात के अलावा स्वराज ने आसियान को लेकर हुई बैठक में भी हिस्सा लिया है।