कॉर्बेट में जंगल के राजा को देखने के लिये आपको जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है

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विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट टाइगर रिसर्व (सीटीआर) प्रशासन ने पार्क में मौजूद छह रेंज में सरकारी गेस्ट हाउस के दामों में इजाफा करने की तैयारी कर ली है। इसके लिये प्रशान ने राज्य सरकार के पास प्रस्ताव मंजूरी के लिये भेज दिया है। कॉर्बेट पार्क में खिनौली, ढिकाला, गैराल, बिजरानी, झिरना और मोरघाटी मिलाकर कुल छह रेंज हैं।

प्रस्तावित किरायों कि अगर बात करें तो:

  • खिनौली रेंज में एक रात रुकने का किराया भारतीय टूरिस्ट के लिये 5000 और विदेशी पर्यटक के लिये 12,000 है। इसे बढ़ाकर भारतीय पर्यटक के लिये 8000 और विदेशी के लिये 20,000 करने का प्रस्ताव है।
  • वहीं ओल्ड ढिकाला में इन दरों को भारतीय और विदेशी पर्यटकों के लिये 2500 से 5000 और 4000 से 8000 करने का प्रस्ताव है।
  • ढिकाला में ये दरें भारतीयों के लिेये 1250 से 2500 और विदेशियों के लिये 2000 से 4000 करने का प्रस्ताव है।
  • वहीं गैरल में इन दरों को दोगुना करने का प्रस्ताव ै। यानि भारतीयों के लिये 2000 से 4000 औऱ विदेशियों के लिये 4000 से 8000।
  • इसके साथ ही पार्क प्रशासन ने पार्क में ऐंट्री शुल्क में भी इजाफे की तैयारी की है। इसके बाद उत्तराखंड के लोकल पर्यटक को 100 की जगह 200, अन्य राज्यों के पर्यटकों को 200 की जगह 500 और विदेशी पर्यटकों को 450 की जगह 1000 रुपये चुकाने होंगे। वहीं सीनियर सिटीजन और 1`2 साल से कम उम्र के बच्चों के लिये कोई फीस नहीं होगी।

पार्क के निदेशक ड़ा. मधुकर धकाते का कहना है कि,“शुल्क बढोत्तरी का प्रस्ताव सोमवार को हुई बैठक में तैयार कर राज्य सरकार के पास भेज दिया गया है। अगर इे सरकार से मंजूरी मिल जाती है तो बढ़ी हुई दरे अगले सीजन से लागू की जायेंगी।”

इसके साथ साथ प्रशासन ने पार्क में और जिप्सी के लाइसेंस और 25 गाइड रखने को भी मंजूरी दी है। अगर सरकारकी तरफ से इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो कॉर्बेट आने वाले हजारों पर्यटकों को कुछ मायूसी ज़रूर होगी। लेकिन अगर पार्क में मौजूज गेस्ट हाउस में सुविधाऐं भी फीस के साथ साथ बढ़े तो शायद लोगों को तकलीफ न हो।