ज्वालापुर हरिद्वार के सेंट मेरी स्कूल के अद्यापक मैनेज्मेंट से विरोध के चलते हड़ताल पर चले गये है। ज़िला अधिकारी से हुई बातचीत में सभी स्टाफ़ को हड़ताल समाप्त करने का फ़ैसला सुनने को मिला था। इसके साथ साथ ही ये आश्वसन भी मिला की वेतन विवाद के संबंध में मैनेज्मेंट से बात की जायेगी। इस स्कूल में लगभग 3000 छात्र हैं, सभी अभीभावकों से इस साल 12% फीस बढ़ा कर जमा कराई गईं। इस धन राशि से शिक्षकों के वेतन में बड़ी बढ़ोतरी होनी थी लेकिन मैनेज्मेंट ने सिर्फ 1500 से 2000 की बढ़ोतरी से ही वेतन बँटवा दिया, जिसके कारण शिक्षक विरोध स्वरूप धरने पर आ गये।
मैनेज्मेंट ने स्कूल के शिक्षकों के विरोध का स्कूल के पेय जल व शौचालयो सुविधाओं को बंद कर के जवाब दिया। शिक्षकों का कहना है की ईसाई मिशनरी की ये अध्धयन संस्था शिक्षकों का शोषण करने में कभी भी पीछे नही रहती। नए स्टाफ़ को मैनेज्मेंट सरकार द्वारा निर्धारित मान देय से भी वंचित रखती है। शिक्षक बच्चों के भविष्य का निर्माता होता है पर ईसाई मिशनरी की संस्था ने तो शिक्षकों के भविष्य पर ही प्रशन चिन्ह लगा दिया है।