सरोवर नगरी में नए साल के स्वागत को पहुंचे हज़ारों सैलानी

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(नैनीताल) नए साल की शाम हर कोई पूरे जोश के साथ मनाकर आने वाले साल का स्वागत करता है।ऐसे ही उत्तराखंड के पहाड़ी हिल स्टेशन नैनीताल में भी दूर-दराज के सैलानी नया साल मनाने पहुंच रहे हैं।नए साल के आखिरी दिन को यादगार बनाने के लिए पहाड़ से लेकर मैदानी क्षेत्र में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।

इस जश्न में कोई कमी ना रह जाए इसके लिए होटल कारोबारी से लेकर टूरिस्टों ने अपनी कमर कस ली है।आज की शाम नैनीताल में डीजे और फुल मस्ती से भरी होगी। 30 दिसंबर यानि की बीते रविवार की शाम से सरोवर नगरी में पर्यटकों का तांता लगने लगा है।हर तरफ रंग-बिरंगी दुकानें तो झील में बोटिंग के लिए पर्यटक अपने परिवार और दोस्तों के साथ पहुंच रहे हैं।

आपको बतादें कि इस वक्त सरोवर नगरी में कुल 490 होटल हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार लगभग 6 हजार सैलानी अब तक नैनीताल पहुंच चुके हैं। दूर से पहुंचने वाले सैलानियों के लिए सरोवर नगरी में 15 सौ रुपये से लेकर 50 हजार तक के होटल मौजूद हैं। 30 दिसंबर से ही नैनीताल के होटलों में 85 प्रतिशत बुकिंग हो चुकी है।शहरों से आए हुए लोग साल का पहला दिन पहाड़ी क्षेत्र नैनीताल में मनाना पसंद करते हैं।हालांकि इस बार नए साल का पहला दिन हफ्ते के बीच में यानि की मंगलवार को होगा जिसकी वजह से भीड़ में थोड़ी कमी है लेकिन फिर भी नैनीताल पर्यटकों से गुलज़ार है।

31 दिसंबर शाम 6 बजे से नैनीताल में जश्न का माहौल शुरु हो जाएगा और लगभग 8 घंटे तक पूरे शहर में रहेगा पार्टी का माहौल।बीते रविवार की सुबह से झील पर पर्यटकों का तांता लगने लगा।

बोटिंग कराने वाले नाव मालिक समशेर भट्ट ने हमें बताया कि, “हर साल 30 दिसंबर से लेकर 1 जनवरी हमारे लिए काफी काम होता है।सैलानियों की संख्या इतनी अधिक होती है कि सुबह लगभग 9 बजे से लेकर दिन ढ़लने तक हम बोटिंग करवाते रहते हैं।साल का यह वक्त हमारे जैसे सभी व्यापारियों के लिए खुशखबरी लेकर आता है।जितने ज्यादा सैलानी होते है उतना ही हमें फायदा होता है।नैनीताल झील में बोटिंग के लिए तीन तरह की नावें उपलब्ध है।दो सीटर,चार सीटर और दो सीटर स्टीमर।”

नैनीताल झील के साथ-साथ लोग अपने बच्चों को लेकर चिड़ियाघर की तरफ भी जाते हैं जहां बाघ,गुलदार,भालू,अलग-अलग तरह की चिड़िया,पांड़ा और भी जानवर है।इसके अलवा नैनीताल से दस किलोमीटर की दूरी में लगभग 11 प्वाइंट हैं जहां सैलानी जाना पसंद करते हैं।हिमालय दर्शन,लवर्स प्वाइंट,सुसाइड प्वॉइंट,खुर्पाताल,मंसादेवी मंदिर,सरिता ताल आदि।

इन सारे प्वॉइंट देखने के बाद नैनीताल में नंदा देवी मंदिर,मॉल रोड में कैंडिल बाजार लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। स्वीज़ होटल मल्ली ताल में काम करने वाले ज़फर ने हमें बताया कि, “साल का यह समय सभी होटलवालों के लिए व्यस्सतता से भरा होता है।दिल्ली से लगभग 300 किलोमीटर दूरी होने की वजह से ज्यादातर सैलानी दिल्ली से आते हैं।जफ़र ने हमे बताया कि ऑनलाईन के साथ-साथ बहुत से लोग ऑफलाईन होटलों की बुकिंग करते हैं।”

जहां एक तरफ यह समय होटल वालों के बिजनेस के लिए अच्छा होता है वहीं सैलानी साल की शुरुआत पहाड़ों के बीच करना पसंद करते हैं।

दिल्ली से अपने परिवार के साथ भावना जोशी बताती हैं कि, “हमारे लिए यह एक परंपरा जैसा हो गया है कि नए साल पर नैनीताल जाना है। दिल्ली से बाई रोड 6-7 घंटे में पहुंचने के बाद यहां की वादियां,पहाड़ और झील मानों मन में अलग ही उमंग भर देती है।यहां से लौटने के बाद हम लोग फ्रेश मूड से साल का स्वागत करते हैं।”

भीड़ को देखते हुए कोतवाल विपिन पंत के नेतृत्व में कालाढूंगी रास्ते पर बारापत्थर में,जबकि नैनीताल क्षेत्र में एसओ राहुल राठी ने गाड़ियों को चेकिंग शुरु करवा दी है। नैनीताल में सोमवार सुबह से ट्रैफिक प्लान लागू कर दिया गया है।

तो अगर आप भी अपने नए साल को पहाड़ की खूबसूरती और झील के बीच मनाना चाहते हैं तो नैनीताल का रुख करें।