उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण स्थित भराड़ीसैंण में तीन दिवसीय मानसून सत्र बुधवार से शुरू हो गया। सदन में सत्र के पहले दिन केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की दिवंगत विधायक शैला रानी रावत और चंपावत के पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी को श्रद्धांजलि दी गई।
पंचम विधानसभा का द्वितीय सत्र बुधवार सुबह 11 बजे वंदे मातरम गीत के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई। सदन के नेता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। सत्र के पहले दिन सदन में केदारनाथ क्षेत्र की दिवंगत विधायक शैला रानी रावत और चंपावत के पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री धामी ने कैलाश गहतोड़ी और केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि कैलाश गहतोड़ी हमेशा चंपावत के विकास कार्यों को लेकर चिंतित रहते थे। उनके अधूरे कार्यों को सरकार पूरा करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शैला दीदी भी केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के विकास को लेकर हमेशा सक्रिय रहीं। वे बीमार होने पर भी अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर गंभीर रहीं। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कैलाश गहतोड़ी और शैला रानी रावत को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि दोनों नेताओं ने अपने कार्य व्यहार से अमिट छाप छोड़ी है।
संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार को अनुपूरक बजट के साथ ही सदन में कई विधेयक में पेश किए जाएंगे। सदन में उत्तराखंड लोक और निजी सम्पत्ति क्षति वसूली अध्यादेश, 2024 को सदन के पटल पर रखा जाएगा।
वहीं, सत्र से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को विधानसभा गैरसैंण ( भराड़ीसैंण) में विधानसभा अध्यक्ष ऋतू भूषण खंडूड़ी और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य से शिष्टाचार भेंट की।