इतिहास से रुबरु कराएगी फिल्म ‘रागदेश’

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तिग्मांशु धूलिया की पीरियड फिल्म ‘रागदेश’ 28 जुलाई को रिलीज होगी। 1940 से 1945 के बीच के कालखंड की कहानी को तिग्मांशु ने शानदार तरीके से पिरोया है, खास बात यह है कि फिल्म को उन्हें अपने गृह राज्य उत्तराखंड में शूट किया है। तिग्मांशु ने उत्तराखंड की वादियों को पीरियड फिल्म के जरिये एक नए कैनवास पर उतारा है, जो बड़े पर्दे पर देखना शानदार होगा। हाल ही में तिग्मांशु ने राज्य सरकार से फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग की, हालांकि, अभी सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।

इसमें ‘रंग दे बसंती’ फेम कुणाल कपूर, ‘सुल्तान’ व ‘सरकार-तीन’ फेम अमित साध, मोहित मारवाह और स्थानीय अभिनेता अभिनव थापर की अदाकारी से सजी ‘रागदेश’ में आजाद हिद फ़ौज के आजादी के संघर्ष की गाथा से दर्शक रुबरु होंगे। फिल्म में 1940 के दशक में भारत की आजादी को लेकर किए गए संघर्ष को दिखाया गया है। ‘रागदेश’ में जर्नल कियानी की भूमिका निभाने वाले देहरादून निवासी अभिनव थापर बताते हैं कि ‘रागदेश’ उत्तराखंड में शूट हुई आज तक की सबसे बड़ी बॉलीवुड फिल्म होगी। फिल्म वर्ष 1940 से 45 के बीच घटित सत्य घटनाक्रमों पर आधारित है। इसमें लाल किला ट्रायल्स, दूसरा विश्व युद्ध, बर्मा संघर्ष, नेताजी सुभाष चंद्र बोस व उनकी आजाद हिंद फौज के गठन की गाथा फिल्म का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इन विषयों पर बनने वाली यह अपने तरीके की एक अलग फिल्म है। ‘रागदेश’ को प्रमुख रूप से देहरादून के मालदेवता, डीएवी पीजी कॉलेज, भारतीय वन अनुसंधान संस्थान, सुद्धोवाला जेल, टी-एस्टेट, राजपुर क्षेत्र में फिल्माया गया है।