ननकाना साहिब की घटना पर संज्ञान ले सरकार
अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने प्रदेश सरकार से देवस्थानम् बोर्ड बनाए जाने का फैसला वापस लिए जाने की मांग की है। शनिवार को हरिद्वार आए प्रवीण तोगड़िया ने जयराम आश्रम में पत्रकारों से वार्ता करते हुए प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि वे 50 वर्षों तक आरएसएस जुड़े रहे हैं।
आरएसएस व भाजपा हमेशा मठ मंदिरों के अधिग्रहण का विरोध करती रही है। तोगड़िया ने कहा कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि प्रदेश की भाजपा सरकार चार धाम व 51 अन्य मंदिरों के अधिग्रहण के लिए कानून बनाएगी। मठ मंदिर व तीर्थ सनातन धर्म के स्तम्भ हैं। सरकार मठ मंदिरों के अधिग्रहण के लिए बनाए गए कानून काे तत्काल वापस ले। यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो देश भर के संतों को एकजुट कर विरोध में आंदोलन चलाया जाएगा।
सीएए का समर्थन करते हुए प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि वे इसका समर्थन करते हैं। दूसरे देशों से प्रताड़ना के कारण भारत आने वाले शरणार्थियों की सहायता की जानी चाहिए। ननकाना साहिब घटना पर उन्होंने कहा कि सरकार को उचित कदम उठाते हुए पाकिस्तान को करारा जवाब देना चाहिए। अयोध्या में राममंदिर बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि हर्ष का विषय है कि अयोध्या में राममंदिर बनने जा रहा है। प्रेसवार्ता के दौरान मौजूद रहे देवभूमि तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत के अध्यक्ष कृष्णकान्त कोटियाल, महामंत्री हरीश डिमरी व कोषाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण जुगडाण ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड बनने से लगभग 50 हजार लोग सीधे तौर पर प्रभावित होंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने तीर्थ पुरोहितों व हक हकूक धारियों को विश्वास में लिए बिना ही देवस्थानम बोर्ड बनाने का निर्णय लिया है। इस कानून को उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी। जयराम आश्रम पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि जल्द ही संतों की बैठक बुलाकर देवस्थानम बोर्ड पर चर्चा कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के संगठन मंत्री राजा भैया, महंत साधनानंद, स्वामी सत्यव्रतानन्द भी मौजूद रहे।