कोरोना के खतरे से पर्यटक बेखौफ, लापरवाह बने अधिकारी, नियमों की उड़ रही धज्जियां

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धर्मनगरी हरिद्वार में कोरोना के खतरे से पर्यटक बेखौफ हैं। यहां न सिर्फ पर्यटक बल्कि अधिकारी भी इस मामले में लापरवाह बने हुए हैं। दो साल बाद शुरू चारधाम यात्रा में पंजीकरण कराने को लेकर उमड़ रही भीड़ को देख नहीं लगता कि यहां पर किसी श्रद्धालु या जिम्मेदार अधिकारी को कोरोना का कोई खौफ है। यात्रा के पंजीकरण के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के चेहरे पर ना मास्क है और न किसी को यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है।

चारधाम यात्रा को शुरू हुए अभी चंद दिन ही बीते हैं, लेकिन अभी से इस यात्रा को करने के लिए लोगों में भारी उत्साह है। पूर्व में हुई अपनी गलती को सुधारते हुए प्रदेश सरकार अब चार धाम यात्रा पर जाने वाले प्रत्येक श्रद्धालु का अनिवार्य रूप से पंजीयन करा रही है ताकि किसी भी हादसे की सूरत में यात्रा पर गए श्रद्धालु की लोकेशन ट्रेस की जा सके। इसके लिए चार धाम के प्रवेश द्वार हरिद्वार पर चार स्थानों पर पंजीयन की व्यवस्था की गई है, लेकिन हैरानी की बात है कि यहां पर कोरोना को लेकर सरकारी गाइडलाइन का किसी तरह का कोई पालन नहीं किया जा रहा है। न तो यहां श्रद्धालुओं को मास्क के लिए कहा जा रहा है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है। जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश यादव का कहना है कि पंजीयन कराने के लिए आने वाली प्रत्येक पर्यटक को न केवल यहां पर बल्कि यात्रा के दौरान भी मास्क पहनने की हिदायत दी जाती है। यहां आने वाले पर्यटकों का कहना होता है कि मास्क लगाकर हमें थोड़ा सफोगेशन होता है। काफी लोग हमारी बात मानते भी हैं। लोगों को समझाने का काम पर्यटन विभाग लगातार कर रहा है।

सुरेश यादव ने कहा पर्यटक कार्यालय पर भीड़ का एक बड़ा कारण यह भी है कि लंबे समय बाद चार धाम यात्रा शुरू हुई है। लंबे समय बाद यात्रा शुरू होने के कारण बीते सालों की तुलना में इस समय करीब 2 से ढाई गुना यात्री प्रतिदिन चार धाम यात्रा पर जा रहे हैं। चार धाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के बायोमेट्रिक्स पंजीयन की तीन स्थानों पर व्यवस्था की गई है। एक पर्यटन कार्यालय जो सुबह 5.30 बजे से रात्रि 9 बजे तक, दूसरा रेलवे स्टेशन हरिद्वार जो सुबह 4 बजे से रात्रि 10 बजे तक, तीसरा काउंटर नारसन बॉर्डर पर है जो सुबह 8 बजे से शाम को 5 बजे तक सुचारू रूप से चल रहा है। इन सभी काउंटर पर रोजाना पंजीयन कराने वालों की संख्या बढ़ रही है।