(ऋषिकेश) चार धाम यात्रा का प्रवेश द्वार, पर्यटन और योग नगरी के रूप में पुरे विश्व में अपनी अलग पहचान बना चूका ऋषिकेश लगातार जाम से बेहाल होता जा रहा है। देश भर से यहाँ घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए यहाँ की संकरी गलियो और राष्ट्रीय राजमार्ग में सिर्फ जाम ही जाम मिलता है,वीकेंड में हालात इंतने बुरे हो जाते है कि ट्रेफिक रेंग रेंग के चलता है। हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी अभी तक स्थानीय प्रशाशन ने अवैध निर्माण और अतिक्रमण के खिलाफ अभियान नहीं छेड़ा है,जिसके चलते अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद है।
आलम यह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 72 के त्रिवेणी घाट चौक से चन्द्रभागा पुल तक जाम की समस्या से आम जनता के साथ साथ पर्यटकों को भी निजात नहीं मिल पा रही है। छुट्टियां मनाने आने वाले पर्यटकों को पर यह जाम भारी पड़ रहा है घंटों हरिद्वार से लेकर ऋषिकेश तक जाम की स्थिति में पर्यटक फंसा रह कर बहुत ज्यादा मायूस होता है और उसका गुस्सा राज्य सरकार पर निकलता है ऐसे में पर्यटन के नक्शे पर ऋषिकेश की एक अलग पहचान है जिस पर यहां की सड़कों पर लगने वाले जाम और सरकार की नाकामी साफ नजर आती हैं। सड़कें अतिक्रमण की चपेट में है जिन पर ना प्रशासन का ध्यान जा रहा है और ना ही राजनेताओं का राष्ट्रीय राजमार्ग का 1 किलोमीटर का क्षेत्र पूरी तरह से अतिक्रमण के चलते जाम से त्रस्त है। पुलिस प्रशासन भी लाचार बना रहकर कुछ भी नहीं कर पाता ट्रैफिक की समस्या से तीर्थनगरी बेहाल होती जा रही है जिसकी सुध लेने वाला कोई भी नहीं है।