ऋषिकेश, विजयदशमी पर्व पर अपने नीजी वाहनों से हजारों पर्यटकों की आमद के चलते शुक्रवार को दिनभर तीर्थ नगरी जाम में उलझी रही। गढ़वाल के मुख्य द्वार ऋषिकेश में लोगों को जबरदस्त जाम झेलना पड़ा। विजयदशमी पर्व पर पड़ी छुट्टियों की वजह से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब एवं उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से हजारों पर्यटकों की भीड़ आज धर्म नगरी में उमड़ी।
इससे राष्ट्रीय राजमार्ग 58 समेत अन्य मार्गो पर दिनभर जाम की स्थिति बनी रही। जाम में फंसे वाहन चालकों को घंटो धूप में खड़े रहकर जाम खुलने का इंतजार करना पड़ता है। जाम को खुलवाने में पुलिस के पसीने छूट गये। पुलिस व प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली के कारण शहर में जाम की परेशानी विकराल रूप धारण कर चुकी है। सुबह से शाम तक सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। आए दिन लग रहे जाम के कारण लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। सामाजिक कार्यकर्ता वाई एस भंडारी ने बताया कि ऑटो व कार चालक अपने वाहनों को सड़कों के किनारे अनियोजित तरीके से खड़ा कर देते है, जिससे अन्य वाहनों को निकलने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पाती। सबसे अधिक परेशानी हरिद्वार रोड़ में बनी रहती है। बताया कि यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए स्थानीय निवासी कई बार पुलिस से शिकायत भी कर चुके हैं लेकिन पुलिस आश्वासन के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं देते। शहर में बिगड़ रही यातायात व्यवस्था के कारण स्थानीय लोगों में रोष है।
यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से हर वर्ष नई योजनाएं बनाई जाती हैं। बैठक की जाती है लेकिन अब तक जितनी भी योजनाएं बैठकों में बनी वह धरातल पर नजर नहीं आती। नतीजा पुलिस प्रशासन की लापरवाही के कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर चुकी हैं। इसी का नजारा आज विजयदशमी पर्व के दौरान भी देखने को मिला। दूसरी ओर ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी रितेश शाह रितेश शाह घाट चौराहे पर खुद यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए कमान संभाले हुए थे। जिनका कहना था की यातायात को नियंत्रित करने के लिए रूट डायवर्ट भी किया गया है, बाहर से आने वाली गाड़ियों के कारण जाम की स्थिति बनी है।