गोपेश्वर, दैवीय आपदा के दौरान इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम के तहत व्यवस्थित ढंग से राहत एवं बचाव कार्यो को करने तथा कम से कम समय में आपदा प्रभावितों तक राहत एवं बचाव कार्यो को पहुंचाने के मकसद से क्लेक्ट्रेट सभागार गोपेश्वर में शुक्रवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
आईआरएस के विशेषज्ञ बीबी गणनायक ने कहा कि आपदा के समय राहत और बचाव के लिए सजगता और आपसी समन्वय जरूरी है। आईआरएस का मकसद कम से कम रिसंपोंस टाईम में आपदा प्रभावितों तक खोज, बचाव एवं राहत कार्यो को पहुंचाना है। कहा कि आपदा के दौरान रेस्क्यू आॅपरेशन चलाना किसी एक व्यक्ति या विभाग का कार्य नही है, बल्कि इसमें सभी विभागों, जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों एवं मीडिया के लोगों को बेहतर तालमेल के साथ कार्य करना होगा। कहा कि सरकारी तंत्र की पहुंच सभी गांवों एवं कस्बों तक है। आपदा के समय घटना स्थल से जानकारी देना व आपदा राहत व बचाव कार्यो को तुंरत शुरू करना संबंधित क्षेत्र की आशा, आंगनबाडी कार्यकत्री, पटवारी, अध्यापक, ग्राम विकास अधिकारी का पहला कार्य है।
प्रभारी जिलाधिकारी हसांदत्त पांडे ने सभी अधिकारियों को आईआरएस सिस्टम के तहत दिये गये प्रशिक्षण को अच्छी तरह से समझने आपदा के समय स्वतः सक्रिय होकर आपने दायित्वों का पूरी तरह से निर्वहन करने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को आपदा के दौरान बेहतर समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा।