नई दिल्ली, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सोमवार को अपनी पहली भारत यात्रा पर अहमदाबाद आ रहे हैं। भारत का दौरा करने वाले ट्रम्प सातवें अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे। वह भारत में तीन शहर अहमदाबाद, आगरा और राजधानी दिल्ली जाएंगे।
अहमदाबाद के “नमस्ते ट्रम्प” कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के 100,000 से अधिक लोगों को संबोधित करने की उम्मीद है। यह “हाउडी, मोदी” कार्यक्रम के समान एक आयोजन है। पिछले साल ह्यूस्टन में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रम्प ने अमेरिका में रहने वाले 50,000 भारतीयों को संबोधित किया था। अमेरिका में 24 लाख भारतीय-अमेरिकी मतदाता हैं। इससे ट्रम्प को अपने चुनाव अभियान में उनका समर्थन मिलने की उम्मीद है।
अमेरिका और भारत के बीच व्यापार 2008 में 66 अरब डॉलर से बढ़कर 2018 में 142.6 अरब डॉलर हो चुका है। भारत-अमेरिका के रणनीतिक संबंधों में आई मजबूती से व्यापार बढ़ा है। इस समय दोनों देशों के बीच सेब, अखरोट और चिकित्सा उपकरणों की कीमत जैसे कुछ मामलों पर असहमति है। भारत के डेयरी, पोल्ट्री और ई-कॉमर्स बाजार तक अधिक पहुंच देने की अमेरिका की मांग और अमेरिका की हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल पर भारतीय शुल्क को कम करने पर भी कोई फैसला नहीं हो सका है।
भारत विश्व का सबसे बड़ा डेटा बाजार है। दुनिया में किसी और देश की तुलना में भारत में प्रति व्यक्ति डेटा की खपत ज्यादा है। अमेरिकी की “बड़ी टेक” कंपनियों के लिए भारत किसी अन्य देश की तुलना में एक बड़ा बाजार है। भारत एक बड़ा हथियार आयातक भी है। पिछले एक दशक में भारत और अमेरिका के रक्षा सौदे बढ़े हैं। अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन के बनाये 24 मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर की भारतीय खरीद समझौता ट्रम्प के दौरे में होने की संभावना है।
दोनों नेताओं की यह मुलाकात मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय हालात के नजरिये से महत्वपूर्ण है। दुनिया के दो सबसे बड़े और सबसे मजबूत लोकतंत्रों के नेताओं की इस बैठक पर सबकी निगाहें लगी हैं। दोनों विश्व नेताओं के सामने एक वास्तविक चुनौती ये है कि विश्व के दो सबसे बड़े लोकतंत्र 21 वीं सदी को कैसे नया कार दे सकते हैं।