उत्तराखंड : बादल फटने से दो की मौत, कई लोग लापता  

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देहरादून,  उत्तरकाशी में रविवार को बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गई। जबकि 25 लोग अभी तक लापता बताए जा रहे हैं। मौके पर पुलिस एसटीआरएफ की टीम रेस्क्यू कर रहीं है। 
मौसम विभाग ने कुमाऊं में 36 और गढ़वाल में 12 घंटो में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के मद्देनजर एक से बारह तक के सभी स्कूलों में उत्तरकाशी, देहरादून, नैनीताल, टिहरी जिले में सम्बन्धित जिलाधिकारियों ने सोमवार को अवकाश घोषित कर दिया है। मुख्यमंत्री ने अतिवर्षा की संभावनाओं के दृष्टिगत व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहने के निर्देश दिए है।
उत्तरकाशी जिले में शनिवार रात से हो रही लगातार बारिश जानलेवा बन गई। रविवार सुबह लगभग चार बजे तहसील मोरी के अंतर्गत ग्राम माकुड़ी आराकोट, मोल्ड, सनेल गांव, टिकोची, द्विचाणु में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। मकोड़ी में एक महिला का शव बरामद हुआ है जबकि अभी तक 7 से 8 लोग लापता है। यहां 12 भवन पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं ग्राम सनेल में एक शव प्राप्त हुआ है, जबकि 5 लोग लापता हैं।
टिकोची में एक विद्यालय सहित पांच भवन को नुकसान पहुंचा है। आराकोट में 10 से 12 लोग लापता हैं। कुछ पशुओं के भी लापता होने की बात कही जा रही है। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की एक टीम उत्तरकाशी से घटनास्थल को रवाना हो गई है।
आराकोट चिंवा बालचा मार्ग में टिकोची बाजार के पास 24 मीटर का आरसीसी पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। टिकोची किराडू द्विचाणु मार्ग में 36 मीटर का पुल क्षतिग्रस्त होने से मार्ग अवरुद्ध है।
मोरी ब्लाक के अंतर्गत आराकोट के आसपास के क्षेत्र के लगभग 38 गांवों की विद्युत आपूर्ति बाधित हैं जिन्हें सुचारू किए जाने का कार्य किया जा रहा है। खोज एवं बचाव कार्य में आपदा प्रबंधन जुटा हुआ है बड़कोट सब टीम घटनास्थल आरा कोर्ट में उपस्थित है।
मुख्यमंत्री ने दिए व्यवस्थाएं चाक-चौबंद निर्देश 
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में अतिवर्षा की संभावनाओं के दृष्टिगत किसी भी चुनौती से निपटने के लिए सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखी जाय। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग के भारी वर्षा के पूर्वानुमान को देखते हुए विशेष सतर्कता की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को किसी भी प्रकार के आपदा के लिए सतर्क रहने एवं शीघ्र रिस्पाँस करने को कहा है। आपदा प्रभावितों को अनुमन्य सहायता राशि भी शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि जिला आपदा कंट्रोल रूम का भी लगातार निरीक्षण करते रहें। ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों को आपदा के दृष्टिगत निरन्तर जनप्रतिनिधियों के सम्पर्क में रहने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर भी जनप्रतिनिधियों के फोन नम्बर की लिस्ट भी अपडेट रखी जाए, ताकि किसी भी प्रकार की घटना होने पर शीघ्र सम्पर्क किया जा सके।