विभाग का दावा पांच का, चल रहे दो ही नर्सिंग कॉलेज

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पांच नर्सिंग कॉलेजों के नाम पर अभी दो में ही पढ़ाई हो रही है राज्य के तीन जिलो चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा के तीन नर्सिंग कॉलेज लगातार दूसरे साल भी अपने जिलों में नहीं खोले जा सके हैं। जबकि मेडिकल एजुकेशन डायरेक्टरेट का कहना है कि सभी पांच कॉलेज नियमित रूप से चल रहे हैं, लेकिन भवन के अभाव के कारण टिहरी और हल्द्वानी में ही पढ़ाई की जा रही है।

पूर्व सरकार ने चुनाव से ठीक पहले हल्द्वानी, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चमोली और टिहरी में नर्सिंग कॉलेज खोलने की घोषणा की थी। बिना भवन तैयार हुए ही ये पांचों कॉलेज शुरू भी कर दिए गए थे कुमाऊ मंडल के तीनों कॉलेज हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज परिसर में जबकि, गढ़वाल के दो कॉलेजों का संचालन टिहरी में किया जा रहा हैं।

किस कॉलेज में कितनी सीटें
टिहरी -40
चमोली -40
पिथौरागढ़-30
अल्मोड़ा -40
हल्द्वानी -50

संख्या पांच और कॉलेज दो
कॉलेज खोलते समय घोषणा की गई थी कि दूसरे बैच के एडमिशन होने से पहले पांचों जिलों में भवन तैयार कर दिए जाएंगे और सभी अपने अपने जिले में ही पढ़ाई करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है और नर्सिंग कॉलेजों का दूसरा बैच भी हल्द्वानी और टिहरी में ही शुरू कर दिया गया है।
जरूरत से ज्यादा दबाव 
नर्सिंग कॉलेजों के भवन तैयार न होने से सबसे ज्यादा दबाव हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज पर है यहां अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और हल्द्वानी के नर्सिंग कॉलेजों की स्टूडेंट को पढ़ाया जा रहा है उधर टिहरी में चमोली के कॉलेज के कोटे की स्टूडेंटस में पढ़ाई कर रही है हालांकि टिहरी में कॉलेज का भवन है अभी तक केवल दो बैच होने के कारण ज्यादा दबाव नहीं है।
स्टूडेंट झेल रहे परेशानी 
इन हालात में सबसे ज्यादा परेशानी उन नर्सिंग स्टूडंटस को हो रही है जिन्होंने एडमिशन अपने जिले के कॉलेज के नाम पर लिया था लेकिन उन्हें दूसरे जिले में भेज दिया गया है। इनमें चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिले की स्टूडेंट भी शामिल है।

इस मामले में चिकित्सा शिक्षा निर्देशक डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि, “सभी पांचों कॉलेज नियमित रूप से चल रहे हैं, सभी कॉलेजों के टीचिंग स्टाफ की भर्ती भी हो चुकी है हमारा प्रयास है कि एक महीने के भीतर चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिलों के भवन तैयार हो जाएं। जिसके बाद भवन तैयार होते ही इन कॉलेजों की स्टूडेंट और टीचिंग स्टाफ को वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा।