डीजल की खपत पर घिरा दून मेडिकल कॉलेज, अचानक चार गुणा बढ़ी खपत

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देहरादून। बात-बात पर बजट का रोना रोने वाला राजकीय दून मेडिकल कॉलेज डीजल की खपत पर घिर गया है। कारण यह कि डीजल की खपत एकाएक बढ़ गई है। यह बढ़ोत्तरी भी थोड़ी बहुत नहीं बल्कि पहले के मुकाबले चार गुणा डीजल ज्यादा लग रहा है। जाहिर है कि इसी अनुपात में खर्च भी बढ़ गया है। जिस पर कॉलेज प्रशासन अब इसकी जांच कराने की बात कह रहा है।
दून मेडिकल कॉलेज को वर्ष 2016 में एमबीबीएस की मान्यता मिली थी। यह प्रदेश का तीसरा राजकीय मेडिकल कॉलेज है। जिसमें कई स्तर पर निर्माण कार्य अभी चल ही रहे हैं। पर बजट की कमी कभी निर्माण और कभी अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं पर अडंगा लगाती रही हैं। ताज्जुब इस बात का है कि इस कमी के बावजूद कॉलेज प्रशासन खर्च में दरियादिली दिखा रहा है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि यहां डीजल की एकाएक बढ़ी खपत इसका उदाहरण है। बताया गया कि अभी तक करीब 800 लीटर डीजल की खपत हुआ करती थी। जिसमें जादुई उछाल आ गया है। यह खपत अब 2600-2800 लीटर तक पहुंच गई है। जो खुद में संदेह पैदा कर रही है। बता दें कि यह खपत गाडिय़ों,जनरेटर आदि में होती है। इस विषय में पूछे जाने पर प्राचार्य डॉ. प्रदीप भारती गुप्ता ने कहा कि हाल में कॉलेज में एमबीबीएस का मॉपअप राउंड आयोजित किया गया था। इसे निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए जनरेटर के लिए अतिरिक्त डीजल मंगाया गया। बहरहाल यह मामला संज्ञान में आया है तो इसकी जांच कराई जाएगी। फिजूलखर्ची किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।