उत्तराखंड की विधानसभा होगी पेपरलेस

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    उत्तराखंड के डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत केंद्र सरकार की नेवा परियोजना देहरादून और गैरसैंण में गतिमान है। रविवार को इस परियाेजना की प्रगति की समीक्षा के लिए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने एक बैठक का आयाेजन किया। बैठक में परियाेजना के अधिकारियों के साथ स्थानीय अधिकारी भी उपस्थित थे।

    बैठक में नेवा परियोजना की गतिशीलता और इसके प्रभावाें पर विस्तृत चर्चा की गई। इस परियाेजना के पूरा हाेने के बाद उत्तराखंड विधानसभा देश की उन चुनिंदा विधानसभाओं में शुमार हो जाएगी जो पूर्णत: पेपरलेस होगी। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने नेवा परियोजना पर कहा कि यह परियाेजना उत्तराखंड विधानसभा के डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे विधानसभा की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी और जनता को बेहतर सेवाएँ प्रदान की जा सकेंगी।

    ऋतु खण्डूडी भूषण ने सम्बंधित अधिकारियों को तय सीमा के अनुसार कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी बताया कि नेवा परियोजना का क्रियान्वयन केंद्र व राज्य सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार हो रहा है। द्वितीय चरण में भराड़ीसैंण (गैरसैंण) विधानसभा को ई-विधानसभा में परिवर्तित किया जाएगा।

    बैठक में अधिकारियों ने परियोजना के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि डिजिटल संसाधनों का एकीकरण, डिजिटाइज़ेशन, डेटा सुरक्षा, और उपयोगकर्ता प्रशिक्षण पर अद्यतन जानकारी प्रदान की। बैठक में यह भी तय किया गया कि सभी संबंधित विभागों के साथ समन्वय सुनिश्चित किया जाएगा ताकि परियोजना समय पर पूरी हो सके।

    बैठक में समिति के सदस्य विधायक मो. शहजाद, उमेश शर्मा (काऊ), विरेन्द्र कुमार जाती, अपर सचिव आई.टी. आशीष श्रीवास्तव, अपर सचिव वित्त अरुणेन्द्र चोहान, संयुक्त निदेशक आई.टी.डी.ए. रामा उनियाल, एन.आई.सी. तकनीकी सहलाकर मनीषा वालिया, विशेष कार्यधिकारी अशोक शाह, विधानसभा के प्रभारी सचिव हेम पन्त, अनु सचिव संजय रावत आदि उपस्थित थे।