बागेश्वर में आफत बनी बारिश, बादल फटने से कई क्षेत्रों में जलभराव, कई गांव में बिजली गुल

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बागेश्वर
बागेश्वर जिले में आफत बनकर बरसे मेघों ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया। मंगलवार को आरे के जंगल क्षेत्र में बादल फटने से पूरा क्षेत्र विकट आपदा में है। कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं। भारी बारिश से फसलों को भी व्यापक नुकसान हुआ है। गरुड़ और कपकोट क्षेत्र में भारी बारिश होने से सरयू और गोमती नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। दोनों नदियों के उफान पर आने से नदी किनारे रहने वाले नगरवासी खौफजदा हैं। जिले की 34 सड़कों पर बारिश और भूस्खलन के कारण यातायात बाधित हो गया। कई गांवों की बिजली भी आपूर्ति ठप हो गई है।
जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव आरे के जंगल में मंगलवार की सुबह बादल फट गया। जिससे गधेरे उफान पर आ गए। बारिश के पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा भी नीचे की ओर बहने लगा। बड़े-बड़े पत्थर व बोल्डर भी गिरने लगे। जंगल से आई आफत में ग्रामीण नंदन राम की गौशाला नष्ट हो गई। उनके एक साल पहले बने मकान में कई जगह दरारें पड़ गई। पहाड़ से गिरा बोल्डर मकान और गधेरे की के बीच में अड़ गया। जिससे ग्रामीण का मकान और परिवार दोनों बच गया। हालांकि गधेरे के मलबे से उनका उपजाऊ जमीन और खेतों में खड़ी फसल को भारी नुकसान हुआ है।
नगर के मंडलसेरा वार्ड में गधेरे और बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। विवेकानंद के प्रधानाचार्य तारा सिंह रावत ने बताया कि रात से हो रही बारिश क्षेत्र के लोगों के लिए आफत बनकर आई है। इधर सैंज, बिलौना और सैम मंदिर वार्डों में भी कुछ स्थानों पर भी लोगों को जल भराव की समस्या झेलनी पड़ी। रातभर हुई बारिश से जिले में मंगलवार को सुबह 34 सड़कें बंद हाे गई हैं। जिनमें कपकोट तहसील की शामा-लीती-गोगिना, हरसीला-पुड़कूनी, खड़लेख भनार, बघर, रिखाड़ी-वाछम, धरमघर-माजखेत, तोली, फरसाली, कपकोट-शामा-तेजम, कपकोट-पिंडारी, बालीघाट-धरमघर, शामा-लीती, कपकोट-गैरखेत सड़कों पर यातायात बाधित है। वहीं बैजनाथ-ग्वालदम, बागेश्वर-गिरेछीना, मंडलसेरा बाइपास, बैजनाथ-बागेश्वर, मटे-तिलसारी, कांडा-रावतसेरा, बोश्वरल्-देवलेत, पालड़ीछीना-जैनकरास, धैना, अणा, बागेश्वर-कपकोट, धपोली-जेठाई, पंद्रहपाली-हड़बाड़, बालीघाट-दोफाड़, डंगोली-सलानी, कंधार-रौल्यांना, मथुरो-पाटली, गरुड़-धैना, जखेड़ा-लमचूला और ग्वालदम-हवीलकुलवान मोटर मार्ग पर यातायात ठप हो गया। प्रशासन बंद सड़कों को खोलने के काम में जुटा है।
बारिश से बिजली व्यवस्था भी चरमरा गई है। जिले के कई गांवों में सोमवार की रात से बिजली गुल है। गरुड़ तहसील में सुबह चार बजे के करीब भूस्खलन से बिजली लाइन पर पेड़ गिर गया। जिसके चलते क्षेत्र के गरुड़, गागरीगोल, बैजनाथ, डंगोली समेत 28 गांवों की बिजली गुल हो गई। कांडा तहसील के विजयपुर से खातीगांव को जोड़ने वाली 11केवी की लाइन पर पेड़ गिर गया। जिससे तार टूटकर गिर गए और क्षेत्र के रावतसेरा, सानिउडियार, ठांगा, खातीगांव, धपोलासेरा, भेटा, करड़िया, माणा दिगोली सहित 36 गांवों की बिजली गुल हो गई है। जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट है। जिले की बंद सड़कों को खोलने का काम निरंतर जारी है। बिजली और पेयजल संकट को भी दूर करने का प्रयास चल रहा है।