उत्तरकाशी: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चिन्यालीसौड़ में टिहरी झील पर बने प्रदेश के सबसे बड़े स्टील आर्च ब्रिज का उद्घाटन किया। इस पुल से चिन्यालीसौड़ ब्लॉक के दिचली और गमरी पट्टी के अलग-थलग पड़े 40 गांवों की 60 हजार आबादी की राह आसान हो गई है। ये गांव लंबे समय से इस पुल के निर्माण का इंतजार कर रहे थे। इसके साथ ही सीएम ने जनपद की 11 विकास योजनाओं का लोकार्पण और 28 योजनाओं का शिलान्यास किया।
दरअसल, साल 2006-07 से टिहरी बांध की झील में दिचली-गमरी के लिए बने देवीसौड़ पुल के डूब जाने के बाद क्षेत्र के करीब 40 गांव अलग-थलग पड़ गए थे। पुल न होने के कारण इन ग्रामीणों को धरासू से होकर 30 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय कर आना-जाना पड़ रहा है। ग्रामीणों की मांग के अनुरूप वर्ष 2012 में चिन्यालीसौड़ से दिचली गमरी क्षेत्र को जोड़ने के लिए स्टील आर्च ब्रिज की स्वीकृति हुई। यह ब्रिज प्रदेश का सबसे बड़ा स्टील आर्च ब्रिज है। इस आर्च ब्रिज की लंबाई 162 मीटर है।
राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड के नव निर्मित परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गमरी और दिचली पट्टी की 45 हजार की आबादी इस पुल के निर्माण का इंतजार कर रही थी। अब इसका लोकार्पण हो गया है, पूरे क्षेत्र की जनता को इसके लिए बधाई। आज के समय में आवाजाही की सुविधा सबसे पहली जरूरत है। विकास भी इसी सुविधा के अनुसार बढ़ता है। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि चिन्यालीसौड में करीब 150 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। यह इस बात का प्रतीक है कि केंद्र और राज्य की सरकार की प्राथमिकता विकास है। लेकिन भ्रष्टाचार छोटा हो या बड़ा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।