चकराता के ग्रामीण इलाके में आज सुबह बादल फटने की घटना के बाद लापता तीन लोगों के शव एसडीआरएफ ने मलबे से बरामद कर लिये। ये सभी एक ही परिवार के थे।
एसडीआरएफ के सेनानायक नवनीत भुल्लर के अनुसार आज सुबह करीब 8.30 बजे तहसील चकराता के अंतर्गत ग्राम पंचायत जोगियों के ग्राम क्वांसी के बिजनाड छानी के निकट बादल फटने की घटना में एक ही परिवार के तीन सदस्यों के मलबे की चपेट में आने की सूचना प्राप्त हुई। उसके बाद एसडीआरएफ की पोस्ट चकराता से तत्काल ही एक टीम साजोसामान के साथ घटना स्थल के लिए रवाना की गई। घटना स्थल में यह गांव की छानी थी, जिसका उपयोग पशुपालन सम्बन्धी कारोबार में किया जाता था। छानी की ऊपरी मंजिल में परिवार की दो लड़कियां आग सेंक रही थी जबकि ग्रामीण मुन्ना (32) लकड़ी सम्बन्धी कार्य कर रहा था।
बादल फटने पर अचानक बहुत तेजी के साथ मलबा नीचे आया। हालांकि जान बचाने के लिए उन्होंने भागने का प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो सके। सर्चिंग में ग्रामीण मुन्ना का शव मलबे में ही थोड़ी दूरी पर प्राप्त हुआ जबकि दोनों लड़कियों के शव मलबे में काफी नीचे दबे हुए थे।
लगभग 4 घण्टे तक चले सर्च ऑपरेशन में मुन्ना दास (32) पुत्र घुंता दास, काजल पुत्री शीशपाल (13) और साक्षी पुत्री मुन्ना (10) के शव बरामद हुए। इनके अलावा दो बैल ओर 3 बकरियां भी बरामद की गईं। एसडीआरएफ टीम द्वारा अन्य आशंकाओं को शून्य करने के लिएअतिरिक्त सर्चिंग भी की गई लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि यहां पर यही लोग थे, जिसकी पुष्टि होने के बाद शाम को सर्चिंग समाप्त की गई।