मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार सुबह गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय में 10 बेड के आईसीयू का लोकार्पण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आपातकालीन सेवा 108 के लिए 132 नई एंबुलेंस को रवाना किया। साथ ही कोरोनाकाल में अग्रिम मोर्चे पर ड्यूटी निभाने वाले हर स्वास्थ्यकर्मी के लिए बड़ी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे हर कर्मी का सम्मान होगा। उन्हें प्रोत्साहन राशि के तौर पर 11 हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
– बोले, राज्य के लोगों बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार वचनबद्ध
-आपातकालीन सेवा 108 के बेड़े में 132 और एंबुलेंस शामिल, 10 बेड के आईसीयू का लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना योद्धा हेल्थ वर्कर का सम्मान जरूरी है। राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा हा। दस माह में अस्पतालों में लाइफ सपोर्ट सिस्टम बेहतर हुआ है। आईसीयू बेड और वेंटिलेटर में लगातार इजाफा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस अस्पताल का निर्माण नेत्र उपचार के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी की परिकल्पना पर किया गया था। यह अस्पताल आम लोगों के उपचार में मददगार साबित हो रहा है। सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार सुधार कर रही है। देहरादून के दूरस्थ और पर्वतीय इलाकों में चिकित्सकों को तैनाती की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रुद्रपुर, हरिद्वार और पिथौरागढ़ मेडिकल कालेज की डीपीआर तैयार हो चुकी है। जल्द ही इनका निर्माण शुरू होगा। डोईवाला में राज्य के पहले सुपर चिकित्सालय का निर्माण किया जा रहा है। चार साल में 108 आपातकालीन सेवा के बेड़े में 271 एंबुलेंस जुड़ गई हैं। पूर्व में 139 एंबुलेंस खरीदी गई थीं। अब 132 और एंबुलेंस जनता को समर्पित की गई हैं। इनमें 36 एडवांस लाइफ सपोर्ट और 96 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस हैं। इस सेवा को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सभी एंबुलेंस जीपीएस से लैस हैं। एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम कम करने की भी कोशिश की गई है। इससे स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पहले कुल 216 आईसीयू बेड और 116 वेंटिलेटर उपलब्ध थे। कोविड काल में 863 आईसीयू बेड हैं। इनमें सरकारी 543 और गैर सरकारी 293 हैं। अब 695 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। इनमें सरकारी 570 और 270 गैरसरकारी हैं। कोविड काल में 620 आईसीयू और 578 वेंटिलेटर की बढ़ोतरी हुई है।
इस मौके पर मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि राज्य सरकार पर्वतीय क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ा रही है। इससे पहले किसी भी मुख्यमंत्री ने इतना काम नहीं किया, जितना त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया है।