देहरादून, उत्तराखंड में सोशल मीडिया में भ्रामक एवं झूठी खबरें प्रसारित या वायरल करने के आरोप में अबतक 74 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। यह जानकारी महानिदेशक (अपराध एवं कानून-व्यवस्था) अशोक कुमार ने सोमवार को यहां दी।
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया में भ्रामक एवं झूठी खबरें प्रसारित करने वालों पर पुलिस की कड़ी नजर है। ऐसा करने वाले किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे। पिछले दिनों मुख्यमंत्री के निधन की झूठी खबर वायरल करने के मामले में भी तीन दिन पहले ही पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इसलिए कोई इस मुगालते में न रहे कि वह इस तरह का आपराधिक कृत्य करके बच जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य में झूठी एवं भ्रामक खबरें प्रसारित एवं वायरल करने के मामले में अब तक 74 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।
लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर 301 लोग गिरफ्तार
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश में लागू लॉक डाउन का उल्लघंन करने पर सोमवार को प्रदेश में कुल 27 अभियोग पंजीकृत किये गये, जिसमें 301 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। प्रदेश में अभी तक कुल 3080 अभियोगों 19 हजार 104 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही अभी तक मोटर व्हीकल एक्ट के अन्तर्गत कुल 42 हजार 79 वाहनों के चालान किया गया। इसके अलावा 6781 वाहन सीज किए गए हैं एवं 2.25 करोड़ रुपये संयोजन शुल्क वसूला गया है।
बेवजह रेलवे स्टेशन जाने से बचें
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में लॉक डाउन के दौरान फंसे पश्चिम बंगाल के लोगों को लेकर एक ट्रेन जा चुकी है। चार ट्रेन अभी बिहार जाएंगी, जिनमें दो ट्रेन मंगलवार और दो ट्रेन बुधवार को जाएंगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने जाने के लिए रजिस्ट्रेशन किया है, उन्हें इसकी सूचना भेजी जा रही है और लॉक डाउन के दौरान वही लोग स्टेशन आएं, जिनको उस ट्रेन से जाने का मैसेज मिला है। उत्तराखंड में फंसे दूसरे राज्यों के सभी लोगों को भेजने के लिए निरंतर प्रयास जारी है। अभी तक करीब एक लाख लोग दूसरे राज्यों से उत्तराखंड आ चुके हैं और करीब 21 हजार लोग बाहर के राज्यों में जा चुके हैं। दूसरे राज्यों के जो दूरस्थ शहर हैं, वहां से भी लोगों को लाने के लिए शासन सम्बन्धित सरकारों से बातचीत कर रहा है, सबको बारी-बारी लाया और भेजा जाएगा।