देहरादून, उत्तराखण्ड कांग्रेस अब मित्र विपक्ष से इतर त्रिवेन्द्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने लगी है। कांग्रेस सीधे—सीधे दैवीय आपदा में कुप्रबंधन का जिम्मेदार प्रदेश के मुखिया त्रिवेन्द्र सरकार को मानती है।
इसी को लेकर दैवीय आपदा के पीड़ितों को समय पर सहायता न मिलने, पंचायतों के आरक्षण में मनमानी तथा पानी के मूल्यों में बेतहाशा बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में गांधी पार्क में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में सरकार पर हमला बोला।
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन से प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में जुलूस की शक्ल में गांधी पार्क तक आए। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार आपदा राहत को लेकर असंवेदनशील है। इसी का नतीजा है कि सरकार के पास जानमाल के नुकसान का सही आंकड़ा तक उपलब्ध नहीं है। ऐसी सरकार से हम किस प्रकार की उम्मीद कर सकते हैं, जो सरकार उड़ान भरने तक सीमित है। आपदा कार्य में लगी हेली सेवा और हवाई जहाज के क्रैश होने पर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सरकार को जनसरोकारों से कतई लेना देना नही है।
प्रीतम सिंह ने कहा, ‘जब मुख्यमंत्री आपदा प्रभावित क्षेत्र के दौरे पर गए थे उस वक्त संयोग से मैं भी पहुंच गया जबकि वे हवाई जहाज से गए थे और मैं मोटर मार्ग से।’ ‘मैं उस क्षेत्र का विधायक हूं, लेकिन एक बार भी सीएम मुझसे राहत और मदद की बात नहीं किए। इससे सरकार की सोच और अहंकार का पता चलता है। ये सरकार जनता की समस्याओं के निदान नहीं, तानशाही के कदम पर चल रही है।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने पंचायत में आरक्षण पर सरकार की मनमानी पर कहा कि इस सरकार को पंचायत की साख से कोई लेना देना नही है बल्कि उन्हें अपने स्वाथों को साधना है। अब समय आ गया है पंचायत के लोग भाजपा को नकार दे।
पानी के मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि पर प्रीतम सिंह ने सरकार की सोच को जनविरोधी बताया। उन्होंने कहा कि इस सरकार से आस रखना ही बेमानी है। प्रीतम ने दिल्ली में संत रविदास के मंदिर को तोड़े जाने के लिए केंद्र सरकार की नाकामी को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि एक के बाद जनविरोधी निर्णय ले रही सरकार के खिलाफ कांग्रेस जनहित में सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेगी। जरूरत पड़ी तो जेल भरों आंदोलन भी छेड़ा जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने त्रिवेन्द्र सरकार को तानशाह सरकार की संज्ञा देते हुए कहा कि इस सरकार से विकास की बात करना बेमानी है। उन्होंने कहा कि राज्य से लेकर देश में मंदी लोगों को रोजगार छिन रहा है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन में आगे आने की अपील की।