उत्तराखंड के राजमार्ग होंगे डबल लेन

    0
    455
    उत्तराखंड

    उत्तराखंड में चार धाम यात्रा मार्ग पर बनी ऑल वेदर रोड सड़कों के बाद राज्य के अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों को डबल लेन निर्माण के लिए तैयारी चल रही है।

    ऑल वेदर रोड पर डबल लेन सड़क निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट से मिली हरी झंडी के बाद अब प्रदेश के बाकी सभी नेशनल हाईवे को 2 लेन किये जाने का भी रास्ता साफ हो गया है। इसी के चलते उत्तराखंड के अब बाकी नेशनल हाईवे भी जल्द ही पहाड़ों पर सिंगल लेन से डबल लेन और मैदानों पर 2 लाइन से फोरलेन बनाए जा रहे हैं। ऋषिकेश बायपास, केदारनाथ-बद्रीनाथ बाईपास,मसूरी बाईपास से चारधाम के साथ अन्य मार्गो में यात्रा में अब आसान होगी।

    लोक निर्माण विभाग के नेशनल हाईवे हेड प्रमोद कुमार का कहना है सड़कें चौड़ी होने से प्रदेश की इकोनॉमी पर भी असर पड़ेगा और आम लोगों के साथ पर्यटन को राज्य में यात्रा करने में सुविधा होगी। उन्होंने बताया कि कुछ काम डीपीआर के स्टेज पर हैं और कुछ सेंक्शन हो चुके हैं। जबकि कई कामों में टेंडर होकर काम भी शुरू हो चुका है। उनका कहना है कि आगामी कुछ वर्षों में यह सारी सड़कें चौड़ीकरण के बाद 2 लेन हो जाएंगीं।

    क्या हैं मानक-

    उत्तराखंड में सभी राजमार्ग सिंगल लेन या फिर कुछ एक जगहों पर डेढ़ लेन है, जो कि 3 से 5 मीटर चौड़ाई की सड़क होती है। ऑल वेदर रोड के तहत पहाड़ों पर 2 लेन सड़क काटी गई। पर्यावरणविद 2 लेन सड़क कटान से हो रहे नुकसान को लेकर कोर्ट चले गये लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने 2 लेन सड़क चौड़ीकरण को लेकर हरी झंडी मिल गई। अब जहां एक तरफ चार धाम यात्रा मार्ग 2 लेन बनाए गये तो वहीं प्रदेश की बाकी सड़कों को 2 लेन किये जाना भी रास्ता आसान हो गया है। दो लेन सड़क की चौड़ाई 10 मीटर विद प्योर शोल्डर होती है। यानी की 7 मीटर का ब्लैक टॉप जिस पर 2 से 3 वाहन आराम से पास हो सकते हैं। टारमेट कोलतार सड़क की चौड़ाई 7 मीटर और दोनों तरफ 1.5 मीटर की नालियां होती हैं। इस तरह से 2 लेन होने जा रही सड़कों के लिए अब तकरीबन 11 मीटर चौड़ाई का कटान होगा।

    ये सड़कें होंगी डबल लेन-

    • एनएच 94 बड़कोट धरासू बैंड से जानकी चट्टी यमुनोत्री तक 97 किलोमीटर
    • एनएच 87 काठगोदाम से जोलिकोट और नैनीताल 34 किलोमीटर
    • एनएच 87 ई जोलिकोट से भवाली, अल्मोड़ा, रानीखेत, चौखुटिया और गैरसैंण होते हुए कर्णप्रयाग तक 235 किलोमीटर
    • एनएच123 विकासनगर हरबर्टपुर से बड़कोट 111 किलोमीटर
    • एनएच 707 ए त्यूणी से चकराता, मसूरी, धनोल्टी, चंबा, टेहरी होते हुए मलेथा तक 310 किलोमीटर

    मैदानी जिलों की सड़कें 4 लेन-

    • पौंटा साहिब से प्रेमनगर 60 किलोमीटर
    • एनएच 212 काशीपुर रामनगर 10 किलोमीटर