आईएमए अवॉर्ड सेरेमनी में मास्क के पीछे छुप गई कैडेट्स के चेहरे की खुशी

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भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में बुधवार को आयोजित अवॉर्ड सेरेमनी में प्रशिक्षण के दौरान शानदार प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान सभी कैडेट्स मास्क पहने नज़र आए। नतीजतन उनके चेहरे पर जो ख़ुशी और गर्व के भाव थे, वह मास्क के पीछे छुप गए। इस साल 333 जेंटलमैन कैडेट्स आईएमए से पास होकर ऑफ़िसर बनेंगे। इनमें से 90 कैडेट्स मित्र देशों के हैं। मुख्य समारोह 13 जून को आयोजित होगा।
बुधवार को आईएमए के खेत्रपाल ऑडिटोरियम में आयोजित अवॉर्ड सेरेमनी में ट्रेनिंग के दौरान शानदार प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को विभिन्न श्रेणियों में ट्रॉफी और प्रमाण पत्र दिए गए। आईएमए के कमांडेंट लेफ़्टिनेंट जनरल जेएस नेगी ने भावी अफसरों को देश की आन, बान और शान की रक्षा के लिए किसी भी परिस्थिति से सामना करने, बदलाव को आत्मसात करने व तकनीक में दक्षता हासिल करने की सीख दी। उन्होंने कहा कि देश प्रत्येक युवा अधिकारी से अपेक्षा करता है कि उसके हाथों में देश सुरक्षित रहे। उन्होंने दृढ़ व धैर्यवान होने का मंत्र भी कैडेट्स को दिया। एक अच्छे लीडर के लिए धैर्य, साहस, ज्ञान व बुद्धिशीलता बहुत आवश्यक है। एक अधिकारी के लिए जरूरी है कि वह हर समय खेलकूद और निष्पक्ष खेल के मापदंडों के भीतर प्रतिस्पर्धात्मक लकीर बनाए रखे।
नेगी ने कहा कि टीम के रूप में जीतने और उत्कृष्टता का प्रयास हमेशा होना चाहिए। युद्ध व्यक्तिगत तौर पर नहीं जीता जाता है। यह हमेशा सामूहिक और एक टीम प्रयास के बल पर ही जीता जाता है और युद्ध में कोई उपविजेता नहीं होता है। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे महामारी के बीच जिस प्रकार से कैडेट्स से बिना बाधा अपना प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उसके लिए वह सराहना के पात्र हैं। इस दौरान सेना के अफसरों समेत जेंटलमैन कैडेट्स उपस्थित थे। पृरस्कृत होने वाले कैडेट्स ने इस मौके पर अपनी ख़ुशी बयां जरूर की लेकिन जीवन के इन सबसे यादगार पलों में परिवार के लोगों के शामिल न हो पाने का मलाल भी उन्हें था।