देहरादून, पूरा उत्तराखंड डेंगू की चपेट में है और 188 नए मरीजों के साथ ही डेंगू से अब तक राज्य में 3609 लोग प्रभावित हैं तथा सात मरीजों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है । इसे देखते हुए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रखा है ।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में डेंगू के 188 नए मरीजों की पुष्टि हुई है जिनमें 86 मरीजों के साथ देहरादून इस बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित है । डेंगू के नए मरीजों में नैनीताल में 54, हरिद्वार में 42 और अल्मोड़ा में एक की पुष्टि हुई है। इन नए मरीजों की पुष्टि के साथ ही राज्य में डेंगू के अब तक 3609 मरीज हैं । सूत्रों के अनुसार 2269 मरीजों के साथ डेंगू से सबसे अधिक राज्य की राजधानी देहरादून प्रभावित है । देहरादून के बाद नैनीताल में भी डेंगू का कहर है , वहां 1066 डेंगू के लक्षण हैं। डेंगू से अब तक ग्यारह लोगों के मरने की सूचना है , हालांकि आधिकारिक सूत्रों के हवाले से केवन सात के मौत की ही पुष्टि की जा रही है ।
इस बीच स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि डेंगू के मरीजों की समुचित चिकित्सा के लिए देहरादून के 12 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों को तैनात किया गया है । उन्होंने बताया कि नैनीताल में डेंगू पर नियंत्रण के लिए दो अतिरिक्त चिकित्सा अधिकारियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा कोरोनेशन अस्पताल में दो अतिरिक्त तकनीशियन , मरीजों के उपचार तथा विभिन्न पैथोलॉजी लैब में जांच की सुविधाओं की निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की टीम तैनात की गई है । यह टीम स्वास्थ्य महानिदेशक की देख रेख में काम कर रही है । स्वास्थ्य महानिदेशक अपनी टीम के साथ देहरादून स्थित प्रमुख निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों और उनकी हो रही चिकित्सा का जायजा ले रहे हैं । दौरे के क्रम में उन्होंने डेंगू के लिए उपचार के निर्धारित मानकों के अनुरूप मरीजों को चिकित्सा सुविधा देने का निर्देश दिया । इसके साथ साथ उन्होंने सभी पैथोलॉजी लैब और चिकित्सालयों को डेंगू मरीज मिलने की सूचना सरकार को देने की हिदायत दी । डेंगू से बचाव के लिए सरकार की तरफ से कई कदम उठाये गए हैं और व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है जिसमें नगर निगम , आइएमए तथा शिक्षा विभाग को भी शामिल किया गया है । डेंगू के मरीजों के लिए सरकारी अस्पतालों में भी आवश्यक व्यवस्था की गई है। सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक भी अलर्ट मोड पर हैं ।
उत्तराखंड में डेंगू प्रकोप को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम ने राजधानी के विभिन्न अस्पतालों का दौरा कर स्थिति का लगातार जायजा ले रहे हैं । डेंगू मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या पर राजभवन ने भी चिंता प्रकट की है । राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से डेंगू को देखते हुए सरकार की तैयारियों और अद्द्य्तन कार्रवाई की जानकारी ली। इस क्रम में राज्यपाल ने अधिकारियों को डेंगू के इलाज और रोकथाम के सन्दर्भ में कई दिशा निर्देश दिए । इस बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राजधानी के अलग अलग अस्पतालों का दौरा कर मरीजों से मुलाक़ात कर उनका हाल जाना । हरीश रावत ने सरकार पर बीमारी की रोकथाम और बचाव के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को यहाँ कहा कि सरकार की चूक की वजह से डेंगू का प्रकोप भयावह है । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी स्वयं मुख्यमंत्री के पास है फिर भी राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं ।