वैसे तो आए दिन उत्तराखंड के कलाकार देश-विदेश में राज्य का नाम रौशन करते रहते हैं लेकिन इस बार यह प्रसिद्धी लोक गायक प्रीतम भरतवाण को मिली है। लोक गायक प्रीतम भरतवाण इन दिनों पहाड़ी संस्कृति का झंडा अमेरिका में बुलंद किए हुए हैं। अपने अमेरिका प्रवास में वह नार्थ कैरेलिना की सिनसिनाटी यूनिवर्सिटी में अमेरिकियों को ढोल-दमौं की बारीकियां सिखा रहे हैं। सोशल मीडिया पर प्रीतम भरतवाण के इन प्रयासों को जमकर सराहा जा रहा है।
लोकगायक प्रीतम भरतवाण यूनिवर्सिटी ऑफ छान की मेजबानी में अपने अमेरिका प्रवास के दौरान न्यूयार्क, सिनसिनाटी, ओबेरलिन, ओकलाहोमा व शिकागो आदि शहरों में सांस्कृतिक कार्यक्रम करेंगे और विश्वविद्यालयों में जागर व ढोल सागर पर व्याख्यान देंगे। प्रीतम ने अपनी कुछ फोटो प्रशंसकों से शेयर की हैं। जिसमें विदेशी छात्र ढोल दमौं गले में डालकर बजा रहे हैं। वह 18 फरवरी को अमेरिका गए थे उनकी वापसी छह मार्च को होगी।
अमेरिका से हुई बातचीत में प्रीतम ने बताया कि “अमेरिका में यूनिवर्सिटी के छात्रों को जागर गायन और ढोल दमौं की बारीकियां बताने में बड़ा आनंद आ रहा है। उत्तराखंड और यहां की संस्कृति के प्रति उनकी गहन रूचि है। इनमें से कई छात्र ढोल और उत्तराखंड की संस्कृति के बारे में जानने के लिए उत्तराखंड चुके हैं।” खुद सिनसिनाटी यूनिवर्सिटी के शोध छात्र रहे और बाद में प्रोफेसर हुए स्टीफन फियोल अमेरिका में कई जोड़ी ढोल दमौं लेकर गए। प्रीतम भी इससे पहले भी अमेरिका जाकर जागर की प्रस्तुति व व्याख्यान दे चुके हैं। ये उनका पाचवां दौरा है।
सिनसिनाटी यूनिवर्सिटी ऑफ अमेरिका ने जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण को ढोल सागर सम्मान दिया है जिससे एक बार फिर उत्तराखंड का नाम विदेश में रौशन हुआ है।