ऋषिकेश, राज्य में परिवहन विभाग के वाहनो मे स्पीड गवर्नर लगाने के विरोध के चलते प्रदेश भर में जीप कमांडर ,टैक्सी संचालक, विक्रम टेंपो, सयुंक्त रोटेशन की 13 कंपनियों ने दो दिन की हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया था। हड़ताल 17 और 18 अगस्त को प्रस्तावित थी। ऋषिकेश के सयुंक्त रोटेशन में परिवहन महासंघ ने एक आकस्मिक मीटिंग करके हड़ताल को 15 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। परिवहन महासंघ के अध्यक्ष संजय शास्त्री का कहना है कि, “परिवहन सचिव के साथ वार्ता होने के बाद सरकार को 15 दिन का समय दिया गया है जिससे वह हमारी मांगों पर अमल कर सके। अगर मांगे पूरी नहीं होती तो 15 दिन बाद फिर से महासंघ हड़ताल शुरु कर देगा और इस हड़ताल से पूरे उत्तराखंड में बस टैक्सी टेंपो और सभी वाहनों की पहिए थम जाएंगे।“
गौरतलब है कि परिवहन महासंघ ने स्पीड गवर्नर के साथ साथ अन्य कई नियमों को लेकर परिवहन विभाग के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है। परिवहन महासंघ का कहना है कि पुरानी गाड़ियों में स्पीड गवर्नर के साथ-साथ जीपीएस सिस्टम लगाने का आदेश उचित नहीं है। साथ ही दुर्घटना की जिम्मेदारी ड्राइवर और कंडक्टर पर डालकर उनको सजा देना जबकि हादसे सड़कों पर गड्ढों की वजह से हो रहे हैं यह भी न्याय पूर्ण नहीं है। इसी तरह टैक्स वगैरा को लेकर भी गतिरोध बना हुआ है जिसके विरोध में उत्तराखंड परिवहन महासंघ सभी छोटी बड़ी गाड़ियों विक्रम टेंपो के साथ मिलकर महा हड़ताल पर जाने का मन बना चुका है। परिवहन सचिव से वार्ता के बाद महासंघ ने निर्णय लिया है कि सरकार को 15 दिन का समय और दिया जाए जिससे वह हमारी मांगों पर अमल कर सके। इस बैठक में उत्तराखंड के सभी छोटे बड़े वाहनों से जुड़े प्रतिनिधि उपस्थित थे।