भाई की हत्या में न्याय की लड़ाई लड़ रहे बहन-भाई को मिली सुरक्षा

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देहरादून के जिला न्यायालय के अधिवक्ता राजेश सूरी के चर्चित हत्याकाण्ड मामले में मुख्य न्यायधीश की खण्डपीठ ने आज आरोपी 19 लोगों को नोटिस जारी किया है जबकी सी.बी.आई.को मामले में जवाब देने को भी कहा है । न्यायालय ने साथ ही राजेश की बहन रीता व भाई राज सूरी को सुरक्षा प्रदान करने के आदेश उत्तराखण्ड पुलिस को दिए हैं । राजेश की हत्या 30 नवम्बर 2014 को हुई थी जब राजेश नैनीताल उच्च न्यायालय से ट्रेन से लौटकर देहरादून जा रहे थे और आरोप है कि उनको जहर देकर मार दिया गया था । आरोपों के अनुसार राजेश की सभी फाइलें उस समय गायब हो गई थी और केवल कपड़ों से भरा बैग मिला था ।
राजेश की बहन रीता ने बताया की देहरादून के कई भ्रष्टाचार के मामलों में राजेश को घोटालों की जानकारी हो गई थी जिसके बाद उन्होंने न्यायालय से गुहार लगाई थी । उन्होंने न्यायालय को अपनी हत्या की धमकी मिलने की भी सूचना दी थी।रीता के अनुसार राजेश की मौत के बाद हुए पोस्टमॉर्टम में पहले तो चिकित्सकों ने मृत्यु का कारण हृदयगति रुकना बताया और फिर बिसरा रिपोर्ट में जहर देकर हत्या का खुलासा हुआ था । इसके बाद पहले एस.आई.टी.और फिर सी.बी.आई.जाँच हुई थी जिसकी रिपोर्ट अभी तक पूरी नहीं हो सकी है ।
आर.टी.आई.से फर्जीवाड़े के खुलासे के इस मामले में आज न्यायालय में स्वर्गीय राजेश सूरी की बहिन रीता सूरी ने इन पर्सन(स्वयं) बहस करी और उनके साथ स्थानीय अधिवक्ता संप्रीत अजमानी ने न्यायालय को बताया की रीता और उनके भाई को धमकियां मिल रही हैं । रीता अपने अधिवक्ता भाई के हत्यारों और देहरादून में जजी की भूमि के फर्जीवाड़े के खिलाफ तभी से न्याय की लड़ाई लड़ रही हैं । उन्होंने अपनी गाडी में भी तभी के अखबारों की कटिंग लिखा रखी है और सभी जगह घूमकर अपने भाई को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ती हैं ।
फ़ोटो :- स्वर्गीय अधिवक्ता राजेश सूरी की बहन रीता सूरी