उत्तराखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन के तहत गत वर्ष 12,700 युवाओं को ट्रेनिंग देकर रोजगार के लायक बनाया गया है। इस वर्ष 13,000 युवाओं को कौशल विकास की ट्रेनिंग देकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत उत्तराखंड में वर्ष 2020 तक 48,236 युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्य में 120 प्राइवेट पार्टनर के माध्यम से 22 सेक्टर स्किल काउंसिल के 32 ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मुख्य सचिव एस.रामास्वामी की अध्यक्षता में बुधवार को उत्तराखंड स्किल डेवलपमेंट सोसाइटी के गवर्निंग बॉडी की बैठक हुई।
उत्तराखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन के परियोजना निदेशक डॉ.पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि इस कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए 30,000 लोगों ने नामांकन किया है। रोजगारपरक ट्रेड में उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गत वर्ष 7 किमी दूरी से आने वाले प्रशिक्षुओं को 2500 रूपये प्रतिमाह दिये गये। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन(यूकेएसडीएम) का कौशल उत्तराखंड नाम से मोबाइल एप बनाया गया है। किसी को मिस्त्री, प्लम्बर, मैकेनिक चाहिए तो इस ऐप से तलाश कर सकता है। इसके अलावा प्रशिक्षण संबंधी जानकारी देने के लिए यूकेएसडीएम का पोर्टल है। इस वर्ष में विदेशी भाषा, पंचकर्म, योग, ध्यान, वेलनेस, एडवेंचर गाइड, हॉस्पिटलिटी सहित अन्य रोजगारपरक ट्रेड में ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग पाने वाले युवाओं के प्लेसमेंट के लिए अलग से प्रकोष्ठ बनाया गया है। डॉ.पाण्डेय ने बताया कि ‘अर्न हवाइल यू लर्न’ योजना का प्रसार पर्वतीय क्षेत्रों में किया जा रहा है। इसके साथ ही विभिन्न विभागों के समन्वय से स्किल गैप एनालिसिस भी किया जा रहा है। नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क के अंतर्गत कौशल का लेवेल दिया जाएगा।
बैठक में सचिव श्रम हरिवंश सिंह चुघ, कुलपति तकनीकी विश्वविद्यालय डॉ.पीके गर्ग सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।