उत्तराखंड को 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि इस दौरान आवश्यक सेवाएं, जैसे कि भोजन और दवाएं, सभी के लिए उपलब्ध रहेंगी। इसके साथ ही सीएम ने प्रदेश वासियों से अपील की है कि जनता कर्फ्यू को पूरी रात भर रखे जारी।
यह सेवायें रहेंगी चालू:
- पुलिस
- जिलाधिकारी एसडीएम, एडीम कार्यालय,
- स्वास्थ्य सेवायें
- नगर निकाय
- अग्निशमन विभाग
- बिजली और जल विभाग
- बैंक एवं एटीएम
- मीडिया संस्थान
- दूरसंचार और इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनियां
- डाक विभाग
- नागरिक आपूर्ति विभाग
- ई-कॉमर्स डिलिवरी
- किराने और राशन की दुकानें
- पेट्रोल पंप, गैस ऐजेंसियां आदि
- जरूरी सामान के उतपाद से जुड़ी कंपनियां
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को आपात बैठक बुलाई, जिसमें मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, पुलिस प्रमुख अनिल रतूड़ी और तमाम बड़े अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान उत्तराखंड को 31 मार्च तक लॉकडाउन करने का फैसला लिया गया। वहीं, राज्य में 31 मार्च तक सभी परिवहन सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। सीएम रावत ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान कम से कम यात्रा की जानी चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि वो उस शहर या गांव से भागें नहीं, जहां वे वर्तमान में रह रहे हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने जनता कर्फ्यू के दौरान स्वेच्छा से अपने घरों में रहकर इसे सफल बनाने के लिए उत्तराखंड की जनता का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि हमें हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। कोरोना वायरस से लड़ी जा रही इस लड़ाई को हम हर हाल में जीतेंगे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता के लिए जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है। पूरे देश में जिस तरह से इसे समर्थन मिला है, उससे पूरा विश्वास है कि हम सभी मिलकर कोरोना वायरस से लड़ी जा रही इस लड़ाई को अवश्य जीतेंगे। व्यापारियों, चिकित्सकों, सफाई कर्मियों और दूसरे कर्मचारियों की सराहना की जानी चाहिए। हम आने वाली किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार हैं।