उत्तराखंड विधानसभा के 23 सितम्बर से आहूत मानसून सत्र की अवधि अब घटा दी गई है। अब यह सत्र सिर्फ एक दिन का ही होगा। यह निर्णय रविवार को यहां आयोजित सर्वदलीय और कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में किया गया।
दरअसल, विधानसभा का मानसून सत्र पहले 23 से 25 सितम्बर तक आयोजित किए जाने की घोषणा की गई थी लेकिन तीन दिन पहले हुई कैबिनेट की बैठक में इस बिंदु पर भी चर्चा की गई कि कई राज्यों में कोरोना की वजह के विधानसभा का सत्र सीमित अवधि यानी एक दिन का किया गया। इसलिए उत्तराखंड में भी इस तरह किया जाए। इस बारे में अंतिम निर्णय करने के लिए कैबिनेट ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को अधिकृत किया था।
उधर, नेता विपक्ष इंदिरा हृदयेश शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव पाई गईं। उन्हें पहले हल्द्वानी के अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन शनिवार को उन्हें देहरादून शिफ्ट किया गया। रविवार को उन्हें एयर लिफ्ट करके गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले जाया गया है।
इसी बीच रविवार दोपहर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल भी कोरोना के एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। उसके बाद उन्होंने मीडिया से यह जानकारी साझा करते हुए एक परामर्श जारी किया कि जो लोग हाल में उनके सम्पर्क में आए हैं, वे होम आइसोलेट हो जाएं और अपना कोरोना का परीक्षण करा लें।
उधर, विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर रविवार को सर्वदलीय और कार्य मंत्रणा समिति की बैठक की गई। इस बैठक में तय हुआ कि अब सदन सिर्फ एक दिन के लिए ही चलेगा। उस दिन प्रश्नकाल नहीं होगा। कार्यस्थगन में जनहित के मुद्ददे ही उठाए जाएंगे। बैठक में विधानसभा के उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह, उप नेता प्रतिपक्ष करण मेहरा, गोबिंद सिंह कुंजवाल और संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक भी उपस्थित थे।