कदमों तले दुनिया लेकर चलें एवरेस्ट पर फतह करने

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उत्तराखंड राज्य के लिए एक अच्छी खबर है, प्रदेश के दो युवाओं ने जोकि टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन, उत्तरकाशी से जुङे है उन्हें एवरेस्ट के 7 सदस्यों की टीम का हिस्सा बनने का सुनहरा मौका मिला है। संदीप टोलिया और पुनम राणा जो नाल्ङ गांव उत्तरकाशी की हैं और संदीप जो नाकुरी गांव के है इन दोनों के लिए यह खास मौका है । जनवरी के मध्य से यह टीम दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट-एकांकागुआं को फतह करने निकलेंगे और फिर मार्च में यह दोनों एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने की चाह रखते है।

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बीस साल की पुनम राणा जिनके माता-पिता बचपने में ही गुजर गए थे, पिछले दो सालों से टाटा स्टील फाउंडेशन में ट्रेनिंग ले रही हैं,वहीं संदीप 13 साल से टाटा स्टील फाउंडेशन में सीनियर इंस्ट्रक्टर के पध पर काम कर रहे हैं। इन दोनों का एवरेस्ट मिशन का पूरा खर्चा टीएसएफ उठाएगी। संदीप और पुनम ने फाउंडेशन से बेसिक और एडवांस कोर्स भी किया है और दोनों ही एवरेस्ट बेस तक भी पहुंचे हैं।

अपने दोनों शिष्यों के बारे में टीम न्यूजपोस्ट से खासबातजीत में भारत की पहली महिला पर्वतारोही जिन्होंने एवरेस्ट को फतह किया बछेंद्रीपाल कहती हैं, “उन दोनों के अंदर एक आग है, पुनम राणा और संदीप में जज्ब़ा, जूनुन और मेहनत कूट-कूट के भरी है। मुझे पुनम राणा जैसी लडकियों की सालों से तलाश थी और पुनम उन सभी मायनों में उत्तराखंड की भावी यूथ आइकन में से एक होगी, मुझे पूरा यकीन है।”

पुनम और संदीप के लिए अब आने वाले महीने कठिन परिश्रम से भरे होंगे, मानसिक और शारिरिक ट्रेनिंग के साथ-साथ सहनशीलता फिटनेस भी होगी। पुनम बताती हैं, ”पांच दिन का माउंटेन क्लाइमबिंग का जो प्रोग्राम होता है, वो आज कल हम एक दिन में पूरा करते हैं, 22 किमी कि रनिंग हम 24-27 किलो का भार उठा कर करते हैं,” लेकिन इस सबके बावजूद पुनम मुस्कुरा कर बोलती हैं, ”खुशी क्या होती है यह मैनें अब महसूस की है,” और संदीप के लिए यह मौका मिलना, “एक सपने की तरह है जो हर एक माउंटेनियर का होता है।”

टीम न्यूज़पोस्ट संदीप और पुनम को एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने के लिए शुभकामनाएं देती हैं।