उत्तराखंड : पहला स्वप्रमाणन स्वीकृत नक्शा मिला मुक्ता जोशी को

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    मानचित्र

    उत्तराखंड में भवनों के मानचित्र स्वीकृत करने की प्रक्रिया सरलीकरण के तहत सोमवार को राज्य में पहला स्वीकृत स्वप्रमाणन मानचित्र आवेदक मुक्ता जोशी को मिला।

    मंगलवार को विधानसभा में शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल की ओर से आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण की ओर से स्वीकृत स्वप्रमाणन मानचित्र स्वीकृति को पत्रकारों की मौजूदगी में उपलब्ध कराया। यह राज्य का पहला स्वप्रमाणन नक्शा है। प्रथम मानचित्र मुक्ता जोशी पत्नी मुरलीधर जोशी को आर्किटेक्ट/ लाइसेंसधारी स्वदेश सिंह की ओर से निर्गत किया गया।

    मंत्री ने बताया कि मात्र 3 दिन की समयावधि में मानचित्र को स्वीकृत करने की पूरी कार्रवाई की गई है। यह प्रक्रिया और भी अल्प समय में की जा सकती है। इसमें संबंधित आर्किटेक्ट का डिजिटल हस्ताक्षर पहले से होता है।

    उन्होंने बताया कि आर्किटेक्ट को दिये गये उसकी व्यवसायिक शुल्क के अतिरिक्त प्राधिकरण स्तर पर मात्र 44956 शुल्क जमा किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में प्राधिकरण के किसी भी कर्मचारी का कोई भी सम्पर्क आवेदक के साथ नहीं हुआ। शून्य सम्पर्क युक्त इस प्रणाली से मात्र 03 दिन में मानचित्र स्वीकृत कर आवेदक को प्राप्त हो गया।

    इस मौके पर आवेदक मुक्ता जोशी ने सरकार के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह प्रक्रिया आम जनमानस के लिए अत्यंत सुविधाजनक और पारदर्शी के साथ उम्मीद से बेहतर है।

    मंत्री ने प्राधिकरणों को निर्देश दिये गये कि इसका प्रचार-प्रसार अधिक से अधिक किया जाए ताकि आम जनमानस को अधिकाधिक लाभ मिले।

    इस मौके पर प्रकाश चंद्र दुम्का अपर आवास आयुक्त/ संयुक्त मुख्य प्रशासक आनंद राम अधिशासी अभियन्ता और प्रशांत पोखरियाल उपस्थित रहे।