21 दिन एकांतवास के बाद गांव पहुंचे युवक की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव, किया आइसोलेट

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कोरोना
उत्तरकाशी, डुंडा ब्लॉक के एक गांव में हड़कंप तब मच गया जब दिल्ली से लौटे एक प्रवासी 14 दिन का एकांतवास एवं 7 दिन का एकांतवास पूरा करने के बाद घर लौट गया और बुधवार देर रात्रि उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इसससे क्षेत्र में सामुदायिक संक्रमण के खतरा का भय सताने लगा है। इससे ब्रह्मखाल क्षेत्र मे जनता के बीच तीखा आक्रोश है। पहली बार दो प्रवासी युवकों की रिपोर्ट इस क्षेत्र मे पॉजटिव आई है और इससे दर्जनों लोगों मे संक्रमण का खतरा बन गया है।
 – प्रशासन ने एहतियातन 18 लोगों को किया एकांतवास, गांव में मचा हड़कंप
दिल्ली से लौटे दो युवकों को 21 दिन पहले प्रशासन ने हरिद्वार मे ही 14 दिन के लिये एकांतवास कर दिया था और उनके सैंपल लेकर जांच के लिये भेज दिये थे। 14 दिन का एकांतवास पूरा करने पर उन्हें घर भेज दिया , जहां उन्हे 7 दिन का गृह एकांतवास दिया गया। 7 दिन पूरा करने पर स्थानीय जांच दल ने उन्हे एकांतवास अवधि पूरी होने पर घर जाने को कह दिया और वे 21वें दिन अपने घर चले गये। आश्चर्य की बात है कि ठीक 1 दिन बाद 22वें दिन उनकी रिपोर्ट पॉजटिव आई और उन्हें जिला अस्पताल उत्तरकाशी में आइसोलेशन के लिये ले जाया गया। इस बीच ये दोनों प्रवासी गांव व बाजार मे दर्जनों लोगों के संम्पर्क में आ गये, जिससे संक्रमण का खतरा बहुत अधिक बढ़ गया । एहतियात के तौर पर 18 लोगों को स्कूल में एकांतवास किया गया और कुछ और लोग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।
अब लोग इसे प्रशासन की घोर लापरवाही बता रहे हैं, क्योकि जब उनकी रिपोर्ट जांच के लिये गई थी तो रिपोर्ट आने तक उन्हें क्यों नहीं एकांतवास रखा गया। अब इस मामले से लोग दहशत मे हैं और प्रशासन को कोस रहे हैं। लोग यही दुआ कर रहे हैं कि उनकी अपनी रिपोर्ट निगेटिव आये। इधर जिला अधिकारी डा. आशीष चौहान ने बताया कि गाइड लाइन के तहत 21 दिन बाद युवक को घर भेजा है । जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें आइसोलेट किया गया है। हालांकि इनमें संक्रमण के लक्षण नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने बताया है कि सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन में युवक के संपर्क में आए लोगों को भी एकांतवास एवं आंगनबाड़ी ,आशा वर्कर्स के सर्विलांस पर रखा गया है।