उत्तराखंड में कोरोना से निपटने के लिए निजी अस्पतालों का सहयोग जरूरीः मुख्यमंत्री

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उत्तराखंड में कोरोना वायरस (कोविड 19) को बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को यहां कहा कि इससे बचाव के लिए राज्य सरकार हर सम्भव कोशिश कर रही है। इसमें प्राइवेट चिकित्सा संस्थानों का सहयोग बहुत जरूरी है। वर्तमान में दून अस्पताल, श्री महंत इंद्रेश अस्पताल, एम्स ऋषिकेश व हिमालयन अस्पताल में कोविड-19 कोरोना के मरीजों के लिए बेड आरक्षित रखे गए हैं। वह सीएम आवास में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के संबंध में प्रमुख अस्पतालों के प्रबंधन के साथ महत्वपूर्ण बैठक में विचार-विमर्श कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एम्स ऋषिकेश, हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट, दून अस्पताल और श्री महंत इंद्रेश अस्पताल में कोरोना के इलाज के लिए अलग से व्यवस्था की जा रही है। आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों की व्यवस्था की जा रही है। इनमें कोरोना के मरीजों के लिए बेड आरक्षित किए गए हैं। एम्स ऋषिकेश व दून अस्पताल में 400-400 बेड कोरोना के मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं। हिमालयन अस्पताल व महंत इंद्रेश अस्पताल में 200-200 बेड इसके लिए उपलब्ध हैं। जरूरत पड़ने पर इन दोनों अस्पतालों में इसे बढ़ाया जा सकता है। आर्मी अस्पताल देहरादून में भी इसके लिए 200 बेड की व्यवस्था रहेगी।
इन अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए आईसीयू और वेंटिलेटर की संख्या आवश्यकता पड़ने पर बढ़ाई जाएगी और एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाएगी। समुचित समन्वय के दृष्टिगत एम्स ऋषिकेश व हिमालयन अस्पताल के लिए आईपीएस नीरू गर्ग और दून अस्पताल व महंत इंद्रेश अस्पताल के लिए आईपीएस केवल खुराना को नोडल अधिकारी बनाया गया है।