केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग, केंद्रीय टीम निरीक्षण को पहुंची नैनीताल

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नैनीताल
केंद्रीय सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) प्रीति सुदान ने देश के विभिन्न जिलों में बढ़ रहे कोरोना पाॅजिटिव केसों पर चिन्ता व्यक्त की है। 38 जनपदों के जिलाधिकारियों और नगर आयुक्तों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कर कोरोना संक्रमण रोकने के निर्देश दिये।
कोरोना केस बढ़ने वाले 38 जनपदों में जिसमें नैनीताल जनपद भी है। उन्होंने कहा कि शहरों में घनी आबादी होती है। शहरी क्षेत्रों से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में भी आबादी होती है, इसलिए घर-घर जाकर नगर निकायों की टीम सघन सर्विलांस कर चिकित्सा स्वास्थ्य परीक्षण करें। उन्होेंने कहा कि अधिक से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर कोरोना जांच करें तथा किसी भी प्रकार के लक्षण प्राप्त होने पर तुरन्त कोविड केयर सेन्टर में रखेे जाये ताकि संक्रमण फैलने से बचा जा सके। उन्होंने जन जागरूकता बढ़ाने के लिए शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही नगर निकायों के कार्मिक को लगाया जाये तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य टीम, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ ही प्रधान, वार्ड सदस्य, जनप्रतिनिधियों की जन सहभागिता भी की जाये।उन्होंने कोरोना वायरस के बढ़ते केसों को दृष्टिगत एक-दो माह की कार्ययोजना बनाकर सीसीसी व स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाएं, टेस्टिंग बढ़ाने के साथ ही चिकित्सालयों में बेड व उपकरण बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया।
वीडियो काॅन्फ्रेसिंग में जिलाधिकारी सविन बंसल के साथ संयुक्त सचिव वाणिज्यिक विभाग (भारत सरकार) निधिमणी त्रिपाठी भी मौजूद थीं। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 321 कोरोना पाॅजिटिव मरीज आये हैं, जिसमें से जनपद नैनीताल के 178, अल्मोड़ा के 64, बागेश्वर के 75 व पौड़ी जिले के 4 पाॅजिटिव हैं। सीसीसी मोती नगर से 82 मरीज एकांतवास अवधि पूर्ण कर डिस्चार्ज किये गये। उन्होंने बताया कि कोरोना पाॅजिटिव अधिकतर महाराष्ट्र, गुजरात, गुरुग्राम, दिल्ली से आये प्रवासी है। उन्होंने बताया कि जनपद नैनीताल का हल्द्वानी गेट-वे ऑफ कुमाऊॅ हैं। जनपद नैनीताल के साथ ही पहाड़ी जनपदों के लोग यही से गुजरते हैं। ट्रेनों व वाहनों का आगमन हल्द्वानी में ही होता है। सभी जनपदों के प्रवासियों की स्कैनिंग, स्वास्थ्य परीक्षण, स्टेजिंग एरिया में जांच की जाती है। संदिग्धों को हल्द्वानी में ही एकांतवास किया जाता है व कोरोना जांच की जाती है। इसीलिए जनपद नैनीताल में कोरोना पाॅजिटिव केस बढ़े हैं।
बंसल ने बताया कि सुशीला तिवारी चिकित्सालय को कोविड चिकित्सालय के रूप में विकसित किया गया है जिसमें 500 बेड तैयार किये गये हैं। 137 बेड आई.सी.यू, 285 बेड आइसोलेशन, 35 वेंटिलेटर बेड तैयार किये गये हैं। साथ ही जनपद के अन्य चिकित्सालय भी सुदृढ़ किये गये है तथा बेड़ संख्या भी बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा कि जनपद में 36 कोरोना केयर सेन्टर बनाये गये हैं। प्रवासियों के सर्विलांस, स्कैनिंग, स्वास्थ्य परीक्षण एवं एकांतवास व्यक्तियों पर नजर रखने व एकांतवास प्रोटोकाॅल अनुपालन हेतु 27 आई.डी.एस.पी टीमें,184 सीआरटी, 84 बीआरटी व 30 आरआरटी टीमें लगाई गई है। इसके उपरान्त कोविड केयर सेन्टरो/चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं का जायजा लेने आयी संयुक्त सचिव निधिमणी त्रिपाठी की टीम ने कोरोना चिकित्सालय एसटीएच का भी निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
वीडियों काॅन्फ्रसिंग में मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार,एमडी केएमवीएम रोहित कुमार मीणा, नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.भारती राणा, प्रार्चाय एसटीएस डाॅ.सीपी भैसोड़ा, उपनिदेशक एनसीडीसी डाॅ. निशांत कुमार, उपनिदेशक एनसीसी डाॅ. प्रनय वर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, जिला विकास  अधिकारी रमा गोस्वामी मौजूद थे।